इंदिरा नूई ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से अपना नाता तोड़ लिया है. पेप्सिको की पूर्व सीईओ, जो विश्व निकाय की पहली स्वतंत्र महिला डायरेक्टर थीं उन्होंने अब इस पद को अलविदा कह दिया है. सूत्रों की मानें तो पिछले महीने कोलंबो में एनुअल कॉन्फ्रेंस के साथ उनका कार्यकाल समाप्त हो गया. ऐसे में अब आईसीसी को एक नई महिला स्वतंत्र निदेशक की तलाश है. मौजूद अध्यक्ष (चेयरमैन) ग्रेग बार्कले के तीसरे कार्यकाल के लिए इनकार के बाद विश्व निकाय को एक नए अध्यक्ष की भी खोज करनी होगी. नूई 2018 में आईसीसी की पहली स्वतंत्र महिला निदेशक बनीं थी. उन्होंने अपना अधिकतम कार्यकाल पूरा कर लिया है.
आईसीसी को हाई- प्रोफाइल नाम की तलाश
आईसीसी ने पहले ही नूई जैसे हाई-प्रोफाइल नाम की तलाश शुरू कर दी है जो कॉर्पोरेट जगत में सबसे चर्चित चेहरों में से एक थी. आईसीसी नियमों के मुताबिक, ‘‘बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स एक व्यक्ति का चुनाव करेगा जो एक महिला होनी चाहिए और जिसे डायरेक्टर एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करना होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि क्रिकेट के खेल में समानता, विविधता और समावेशित हितों का समय-समय पर सही प्रतिनिधित्व मिल सके. एक ऐसे व्यक्ति को चुना जाएगा जो निदेशक (स्वतंत्र निदेशक) के तौर पर काम करेगा.’’
आईसीसी बोर्ड के एक करीबी सूत्र से नियुक्ति के सटीक मानदंड के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह कोई भी प्रतिष्ठित महिला हो सकती है, चाहे वह कॉर्पोरेट जगत से हो या खेल से. उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई भी हो सकता है जिसने खेल, व्यवसाय या सामान्य रूप से योगदान दिया हो. उदाहरण के लिए, यह मेग लैनिंग, चार्लोट एडवर्ड्स या व्यावसायिक समुदाय से कोई प्रभावशाली महिला हो सकती है. ’’
नूई को सबसे पहले शशांक मनोहर ने आईसीसी में नियुक्त किया था जो आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हैं. इसके बाद, उन्हें दो बार सेवा एक्टेंशन मिला. आईसीसी में शामिल होने से पहले नूई ने 2006 से 2018 तक पेप्सिको के सीईओ के रूप में काम किया. महिला निदेशक के जाने के बाद आईसीसी के शक्तिशाली बोर्ड में अब 16 सदस्य हैं. इसमें 12 पूर्ण सदस्य, तीन एसोसिएट नेशन निदेशक और अध्यक्ष हैं. वहीं बोर्ड में 17 सदस्य होंगे. यह संख्या जरूरी है क्योंकि निदेशक नए अध्यक्ष का चुनाव करेंगे, जिसके लिए आईसीसी ने मंगलवार को अधिसूचना जारी की.
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