विराट कोहली-रोहित शर्मा के 2027 वर्ल्ड कप खेलने की गौतम गंभीर ने नहीं दी गारंटी, बोले- उसमें तो अभी...

विराट कोहली-रोहित शर्मा के 2027 वर्ल्ड कप खेलने की गौतम गंभीर ने नहीं दी गारंटी, बोले- उसमें तो अभी...
रोहित शर्मा से बात करते गौतम गंभीर

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रोहित शर्मा कई बार संकेत दे चुके हैं कि वे वनडे वर्ल्ड कप जीतना चाहते हैं.

रोहित शर्मा अभी भारतीय वनडे टीम के कप्तान हैं.

रोहित शर्मा और विराट कोहली ने पिछले दिनों टेस्ट से संन्यास लिया था.

रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों सुपरस्टार क्रिकेटर टी20 और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. दोनों अब केवल वनडे फॉर्मेट में ही भारत के लिए खेलने के लिए उपलब्ध है. कहा जा रहा है कि रोहित और कोहली की नज़रें 2027 वर्ल्ड कप पर है. इसके बाद वे पूरी तरह से रिटायर हो सकते हैं. लेकिन टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने इन दोनों सितारों के इस टूर्नामेंट में खेलने पर कोई गारंटी नहीं दी है. उनका कहना है कि अभी 2027 वर्ल्ड कप में बहुत समय है. रोहित शर्मा अभी वनडे में भारत के कप्तान हैं. वे कई बार संकेत दे चुके हैं कि इस फॉर्मेट का वर्ल्ड कप जीतना चाहते हैं. 2023 में भारत ने जब इस टूर्नामेंट की मेजबानी की थी तब फाइनल में टीम इंडिया को हार मिली थी.

गंभीर ने एक न्यूज चैनल के इवेंट के दौरान रोहित और कोहली के 2027 का वर्ल्ड कप खेलने के सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा, 'मेरा कहना है कि उससे पहले हमारे सामने टी20 वर्ल्ड कप है जो भारत में खेला जाएगा. यह बहुत बड़ा टूर्नामेंट है. यह फरवरी-मार्च में होगा. इसलिए इंग्लैंड दौरे के बाद पूरा ध्यान टी20 वर्ल्ड कप पर रहेगा. 2027 वर्ल्ड कप नवंबर-दिसंबर में होगा जिसमें अभी ढाई साल के आसपास का समय है. मैंने हमेशा से एक बात कही है कि अगर आप प्रदर्शन करते रहेंगे तो उम्र बस एक नंबर है.'

गौतम गंभीर ने टीम इंडिया की कप्तानी पर क्या कहा

 

रोहित शर्मा के टेस्ट से संन्यास के बाद भारत को इस फॉर्मेट में नए कप्तान की तलाश है. इसके लिए बहुत सारे नाम चल रहे हैं. भारतीय हेड कोच से पूछा गया कि उनके हिसाब से कौनसा कप्तान बेहतर रहता है तो उन्होंने कहा, 'आदर्श स्थिति में अगर एक कोच के नाते मुझसे पूछते हैं तो तीनों फॉर्मेट के एक ही कप्तान के साथ काम करना आसान रहता है. लेकिन ऐसा होता नहीं है. क्योंकि वर्तमान समय में ऐसा कप्तान नहीं हो सकता जो 12 महीनों कप्तानी कर रहा हो क्योंकि आप 10 महीने इंटरनेशनल क्रिकेट खेलते हैं और दो महीने आईपीएल में देते हैं. इसलिए जो भारत की कप्तानी कर रहा होगा वह निश्चित रूप से फ्रेंचाइज का भी कप्तान होगा. सोचिए अगर कोई युवा कप्तान है तो उसके कंधों पर कितना बोझ होगा. उसकी मानसिक स्थिति कैसी होगी. आदर्श रूप में एक ही कप्तान होना चाहिए. लेकिन आज के हालात में दो होने चाहिए. इससे दो अलग-अलग लोगों के पास जिम्मेदारी रहेगी और दूसरे फॉर्मेट में वह आराम से खेल सकेगा.' 

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