Hardik Pandya, BCCI Central Contract : इशान किशन और श्रेयस अय्यर ने भारतीय टेस्ट टीम से बाहर रहने के बाद रणजी ट्रॉफी के जारी सीजन में अपने राज्य की टीम से मैच भी नहीं खेले. इसके परिणाम स्वरूप बीसीसीआई ने जब सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट का ऐलान किया तो इशान और अय्यर दोनों खिलाड़ियों को इससे बाहर कर दिया. जिसके बाद सवाल उठने लगा कि हार्दिक पंड्या भी साल 2018 से भारत के लिए या फिर घरेलू क्रिकेट में रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेले हैं. इसके बावजूद वह सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में ग्रेड ए में बने हुए हैं. जिसके पीछे की बड़ी वजह सामने आई है.
बीसीसीआई से पंड्या की क्या हुई थी बातचीत ?
इशान किशन और श्रेयस अय्यर को बाहर किए जाने जबकि हार्दिक पंड्या को सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट में रखे जाने को लेकर बीसीसीआई के एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा,
सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट का ऐलान करने से पहले बीसीसीआई और हार्दिक पंड्या के बीच बातचीत हुई थी. जिसमें उन्होंने भारत के सफेद गेंद के घरेलू क्रिकेट में खेलने पर पूरी तरह से सहमती जताई है. उन्होंने इस बात पर हामी भरी है कि अगर टीम इंडिया का कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं होगा तो वह भारत के घरेलू क्रिकेट में सफेद गेंद के टूर्नामेंट हर हाल में खेलेंगे. बीसीसीआई की मेडिकल टीम से इस बात पर जोर दिया है कि हार्दिक फिटनेस के चलते रेड बॉल क्रिकेट अभी नहीं खेल सकते हैं. यही कारण है कि वह वर्तमान रणजी सीजन में कोई मैच नहीं खेले. अगर पंड्या अब सफेद गेंद का घरेलू क्रिकेट नहीं खेलते हैं तो आगे उनसे सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट छीना भी जा सकता है.
ये भी पढ़ें :-
Michael Levitt: 10 छक्के, 11 चौके...मैदान पर बल्लेबाज का बवंडर, 49 गेंदों में शतक ठोक रच डाला इतिहास
BCCI ने महिला क्रिकेट को नई सौगात देने का बनाया प्लान, WPL के बाद इस ख़ास टूर्नामेंट का होगा आयोजन