Nepal cricket: भारत के कारण नेपाल में क्रिकेट की क्रांति आई है. भारत के कारण ही अब नेपाल के लोगों में क्रिकेट को लेकर दीवानगी बढ़ी है. भारत के कारण भी अब नेपाल क्रिकेट के बारे में बात की जा रही है. अब नेपाल की टेस्ट क्रिकेट में एंट्री भी भारतीय क्रिकेट बोर्ड की मदद से ही होगी. ये कहना है कि नेपाल क्रिकेट बोर्ड के प्रेसीडेंट चतुर बहादुर चंद का, जिन्होंने स्पोर्ट्स तक से खास बातचीत में नेपाल क्रिकेट को लेकर खुलकर बात की.
नेपाल में नया मूवमेंट शुरू
उनका कहना है कि भारत की वजह से नेपाल क्रिकेट आगे बढ़ा. भारत की वजह से नेपाल में नया मूवमेंट शुरू हो रहा है. नेपाल में पहले भी क्रिकेट खेला जाता था, मगर भारत के कारण उनके देश में क्रिकेट लोकप्रिय हो रहा है. 2015 में सरकार की दखलअंदाजी के चलते आईसीसी ने नेपाल क्रिकेट को सस्पेंड कर दिया था. चतुर ने उस मुश्किल समय से नेपाल को बाहर निकालने के सफर को याद करते हुए कहा-
साढ़े तीन साल के बैन से नेपाल क्रिकेट नीचे चला गया था. नेपाल में किसी भी स्तर पर क्रिकेट नहीं खेला जा रहा था. इसके बाद आईसीसी की कोशिश में नेपाल क्रिकेट का सुधार हुआ. उसकी मौजूदगी में चुनाव हुए. नेपाल क्रिकेट ऊपर उठना शुरू ही हुआ था कि कोरोना ने झटका दिया, मगर कोरोना खत्म होने के बाद नेपाल क्रिकेट ने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
टेस्ट नेशन बनने की तैयारी शुरू
नका कहना है कि नेपाल में रेड बॉल क्रिकेट शुरू करने की तैयारी की जा रही है. टेस्ट प्लेइंग नेशन बनने की नींव रखी जाएगी. उन्होंने भारतीय क्रिकेट की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा-
बीसीसीआई की मदद नेपाल क्रिकेट को आगे बढ़ाने में सबसे बड़ा माइलस्टोन है. बीसीसीआई सचिव जय शाह से भी इस मामले पर बात हुई. भारतीय बोर्ड ने अफगानिस्तान क्रिकेट की भी मदद की थी. उन्हें मैदान से लेकर हर तरह की सुविधा दी, मगर हम भारतीय बोर्ड से उससे भी ज्यादा मदद की उम्मीद करते हैं, क्योंकि हमारा हक ज्यादा बनता है.
बीसीसीआई सचिव जय शाह से हुई मुलाकात में चतुर ने मैदान, ट्रेनिंग सुविधा, भारत आकर खेलने की सुविधा देने की बात की. नेपाल क्रिकेट के प्रेसीडेंट को पूरी उम्मीद है कि बीसीसीआई के मदद की नेपाल टेस्ट नेशन बनेगा.
ये भी पढ़ें :-
IND vs ENG: टीम इंडिया से बाहर होते ही दो भारतीय खिलाड़ियों के बीच घमासान, जानें पूरा मामला