ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद रणजी ट्रॉफी मैच खेलने उतरे भारतीय धुरंधरों पहले दिन ही फ्लॉप रहे. भारतीय कप्तान रोहित शर्मा 10 साल बाद रणजी ट्रॉफी मैच खेलने उतरे, मगर वो 19 गेंदों में तीन रन ही बना पाए. शुभमन गिल 4 रन बना पाए तो यशस्वी जायसवाल चार रन पर पवेलियन लौट गए. रोहित शर्मा और जायसवाल जम्मू एंड कश्मीर के खिलाफ मुंबई के लिए ओपनिंग करने उतरे और दोनों फ्लॉप रहे. जायसवाल 8 गेंदों में सिर्फ चार रन बना पाए तो रोहित 19 गेंदों में महज तीन रन ही पाए.
वहीं पंजाब के कप्तान शुभमन गिल कर्नाटक के खिलाफ ओपनिंग करने उतरे और वो भी 8 गेंदों में महज चार रन ही बना पाए. मयंक अग्रवाल की कर्नाटक टीम के गेंदबाज अभिलाष शेट्टी ने उनका शिकार किया. पंजाब को 11 रन के स्कोर पर गिल के रूप में पहला झटका लगा. कप्तान गिल के पवेलियन लौटते ही पंजाब की पारी भी लड़खड़ा गई और 7.5 ओवर में ही पंजाब ने 14 रन के स्कोर पर अपने चार बड़े विकेट गंवा दिए.
पंजाब के लिए भी नहीं चला गिल का बल्ला
शुभमन गिल को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर तीन टेस्ट खेलने का मौका मिला था, मगर वो वहां भी बुरी तरह से फ्लॉप रहे थे. एडिलेड टेस्ट में गिल ने 31 और 28 रन की पारी खेली थी, जबकि ब्रिस्बेन टेस्ट में वो सिर्फ एक रन ही बना पाए थे. सिडनी में खेले गए 5वें और आखिरी टेस्ट में गिल के बल्ले से 20 और 13 रन की पारी निकली. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन के बाद उनकी काफी आलोचना भी हुई थी. जिसके बाद पंजाब के लिए रणजी ट्रॉफी मैच खेलने उतरे, मगर वो इस मौके को भुनाने में असफल रहे.
10 साल बाद रणजी ट्रॉफी खेलने उतरे थे रोहित शर्मा
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में फ्लॉप रहे थे. पांच पारियों में वो सिर्फ 31 रन ही बना पाए थे. खराब फॉर्म के चलते रोहित ने सीरीज के आखिरी टेस्ट से खुद को बाहर भी कर लिया था. उनकी गैरमौजूदगी में जसप्रीत बुमराह ने सिडनी में टीम इंडिया की कप्तानी की थी. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब फॉर्म के कारण रोहित को संन्यास तक की सलाह मिलने लगी थी. उनसे कप्तानी छोड़ने की मांग की जाने लगी थी. खराब फॉर्म के बाद वो रणजी ट्रॉफी मैच खेलने उतरे, जो 10 साल में उनका पहला रणजी ट्रॉफी मैच था. इससे पहले वो 2015 में खेले थे.
जायसवाल भी रहे फेल
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जायसवाल के प्रदर्शन की बात करें तो वो सीरीज में सबसे जयादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज थे. उन्होंने पांच मैचों में एक शतक और दो फिफ्टी समेत कुल 391 रन बनाए थे, मगर जम्मू कश्मीर के खिलाफ रणजी मैच के पहले दिन उनका बल्ला भी शांत रहा.
भारतीय बल्लेबाजों के बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन के चलते टीम ने 1-3 से सीरीज गंवा दी. साथ ही लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने का मौका गंवा दिया. इस हार के बाद बीसीसीआई ने प्लेयर्स के लिए नई पॉलिसी जारी की थी, जिसमें बोर्ड ने साफ कर दिया कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना होगा.
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