Asia Cup के बाद ICC का कड़ा फैसला, हारिस रऊफ पर लगा बैन
बोर्ड ने छीना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट
बोर्ड ने बयान में साफ कर दिया कि कॉन्ट्रैक्ट वाले हर खिलाड़ी से पूरी तरह अनुशासन और प्रोफेशनलिज्म की उम्मीद है. टीम के नियमों और एंटी डोपिंग कानूनों का पालन करना होगा. विलियम्स ने खुद रिहैबिलिटेशन में जाने का फैसला किया है, जो अच्छी बात है. लेकिन उनका कॉन्ट्रैक्ट 31 दिसंबर 2025 को खत्म होने के बाद रिन्यू नहीं होगा. अब वे कभी टीम में वापसी नहीं कर पाएंगे.
बोर्ड ने कहा, “विलियम्स का रिकॉर्ड देखें तो पहले भी अनुशासन की कई समस्याएं रही हैं. बार-बार अनुपलब्ध रहने से टीम की तैयारी और परफॉर्मेंस पर असर पड़ा है. टेस्टिंग से बचने के लिए टूर्नामेंट छोड़ना गंभीर बात है. हम उनकी रिहैब की तारीफ करते हैं, लेकिन प्रोफेशनल और स्टैंडर्ड्स को बनाए रखना जरूरी है. इसलिए अब उन्हें टीम में जगह नहीं दी जाएगी.”
शॉन विलियम्स का शानदार करियर
शॉन विलियम्स ने 2005 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था. पूरे करियर में उन्होंने 24 टेस्ट, 164 वनडे और 85 टी20 मैच खेले. टेस्ट में 1946 रन, वनडे में 5217 रन और टी20 में 1805 रन बनाए. कुल 14 शतक और 56 अर्धशतक उनके नाम हैं. हर फॉर्मेट में वे जिम्बाब्वे के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज थे. गेंद से भी योगदान देते थे. अगले साल टी20 वर्ल्ड कप है, ऐसे में सभी को इस खिलाड़ी की कमी जरूर खलेगी.

