Cheteshwar Pujara Retirement : ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक जीत का 'अनरियल ड्रीम', टूटी अंगुली से खेला मैच!

एक भारतीय क्रिकेटर ने अपने अब तक के करियर पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन उन्हें 'टेस्ट प्लेयर' का टैग मिलने के कारण व्हाइट बॉल क्रिकेट में कम अवसर मिलने का अफसोस है। उन्होंने बताया कि घरेलू स्तर पर उनका व्हाइट बॉल प्रदर्शन अच्छा रहा था, लेकिन इस धारणा ने उन्हें उच्च स्तर पर मौके मिलने से रोका। उन्होंने वीवीएस लक्ष्मण के साथ एक समानता बताई, जिन्हें भी ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद, भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना, खासकर ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी कठिन परिस्थितियों में जीत हासिल करना, उनके लिए गर्व का क्षण और एक सपने के सच होने जैसा था। उन्होंने 2018 और 2021 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीत को याद किया। 2021 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान, उन्होंने मेलबर्न में अभ्यास के दौरान लगी चोट के कारण अपनी इंडेक्स फिंगर में हेयरलाइन फ्रैक्चर के साथ खेला। दर्द के बावजूद, उन्होंने बल्लेबाजी जारी रखी, खासकर गाबा टेस्ट में। उन्होंने कहा, "जब आप अपनी टीम को अपने नेशन को याद करके आप खेलते हैं तो ऊपर वाला कहीं ना कहीं से आपको वो ताकत देता है।" पहले टेस्ट में 36 रन पर ऑल आउट होने के बाद, कई प्रमुख खिलाड़ियों की चोटों के बावजूद टीम की वापसी को एक "अनरिअल ड्रीम" और भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ तथा सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया गया।

एक भारतीय क्रिकेटर ने अपने अब तक के करियर पर संतोष व्यक्त किया, लेकिन उन्हें 'टेस्ट प्लेयर' का टैग मिलने के कारण व्हाइट बॉल क्रिकेट में कम अवसर मिलने का अफसोस है। उन्होंने बताया कि घरेलू स्तर पर उनका व्हाइट बॉल प्रदर्शन अच्छा रहा था, लेकिन इस धारणा ने उन्हें उच्च स्तर पर मौके मिलने से रोका। उन्होंने वीवीएस लक्ष्मण के साथ एक समानता बताई, जिन्हें भी ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद, भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना, खासकर ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी कठिन परिस्थितियों में जीत हासिल करना, उनके लिए गर्व का क्षण और एक सपने के सच होने जैसा था। उन्होंने 2018 और 2021 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीत को याद किया। 2021 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज के दौरान, उन्होंने मेलबर्न में अभ्यास के दौरान लगी चोट के कारण अपनी इंडेक्स फिंगर में हेयरलाइन फ्रैक्चर के साथ खेला। दर्द के बावजूद, उन्होंने बल्लेबाजी जारी रखी, खासकर गाबा टेस्ट में। उन्होंने कहा, "जब आप अपनी टीम को अपने नेशन को याद करके आप खेलते हैं तो ऊपर वाला कहीं ना कहीं से आपको वो ताकत देता है।" पहले टेस्ट में 36 रन पर ऑल आउट होने के बाद, कई प्रमुख खिलाड़ियों की चोटों के बावजूद टीम की वापसी को एक "अनरिअल ड्रीम" और भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ तथा सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया गया।