मनु भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. वो ओलिंपिक मेडल जीतने वाली देश की पहली महिला निशानेबाज बन गई हैं. खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने मनु को ऐतिहासिक मेडल के लिए बधाई दी और उन्होंने भाकर की ट्रेनिंग के पीछे की कड़ी मेहनत और खर्च का खुलासा किया. मांडविया ANI से बात करते हुए कहा-
मनु भाकर ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है. अपनी बातचीत में उन्होंने कहा कि वे 'खेलो इंडिया' का हिस्सा रही हैं. खेलों इंडिया ने देश में खेल का बुनियादी ढांचा तैयार किया गया, खेल प्रतिस्पर्धा को बढ़ाया गया. स्कूल और कॉलेज स्तर पर खेल प्रतिभाओं की पहचान करने के लिए प्रोजेक्ट शुरू किए गए.
खेल मंत्री ने खुलासा किया कि मनु भाकर की ट्रेनिंग पर सरकार ने करीब दो करोड़ रुपये खर्च किए हैं और उन्हें ट्रेनिंग के लिए जर्मनी स्विट्जरलैंड भेजा गया. उन्होंने पूरा विश्वास है कि ओलिंपिक में बाकी खिलाड़ी भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे. खेल मंत्री ने कहा-
भाकर की ट्रेनिंग पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. वित्तीय सहायता दी गई, जो उन्हें एक कोच हायर करने के लिए जरूरत थी.
निजी कोच पर क्या बोले खेल मंत्री
भाकर ने अपने करियर में विश्व चैंपियनशिप गोल्ड मेडल समेत कई इंटरनेशल मेडल जीते. खेल मंत्री ने पीटीआई से बात करते हुए खिलाड़ियों के साथ निजी कोच भेजे जाने के फैसले का भी बचाव किया. उन्होंने कहा-
पहले हमारे दल के सहयोगी स्टाफ और कोचों के पास खिलाड़ियों के साथ यात्रा करने के लिए सीमित सुविधाएं थीं. इस बार हमने खिलाड़ियों के साथ उनके निजी कोच भेजने का फैसला किया. जब हमारे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो देश का मनोबल भी बढ़ता है और मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे खिलाड़ी देश को गौरवान्वित करेंगे.
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