खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ के कामकाज को संभालने और इसके मुखिया ब्रजभूषण शरण सिंह पर लगे भ्रष्टाचार और यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए निगरानी समिति का ऐलान कर दिया है. पांच सदस्यीय समिति में ओलिंपिक पदक विजेता मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम, पूर्व पहलवान योगेश्वर दत्त, राजेश राजगोपालन, तृप्ति मुरगुंडे और राधिका श्रीमान को रखा गया है. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मामले की पूरी जांच होने तक यही कमिटी कुश्ती महासंघ का काम देखेगी और आरोपों की जांच करेंगी. कुश्ती फेडरेशन के मुखिया ब्रजभूषण शरण सिंह के विरोध में 18 जनवरी को कई बड़े पहलवान जंतर-मंतर पर बैठे थे. इन पहलवानों में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक जैसे बड़े नाम शामिल थे. इन्होंने आरोप लगाया कि कुश्ती महासंघ ने पहलवानों को पैसे दिए. साथ ही कई युवा महिला पहलवानों का यौन शोषण हुआ.
इसके बाद लगातार चली बातचीत के बाद खेल मंत्रालय ने ब्रजभूषण को कुश्ती महासंघ के कामकाज से दूर कर दिया था. साथ ही एक निगरानी कमिटी बनाने का ऐलान भी किया था. अब खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने मामले की जानकारी देते हुए कहा, 'कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष अपने पद पर काम नहीं करेंगे. वे रोजाना के कामों से दूर रहेंगे. रोजमर्रा के कामों को देखने के लिए निगरानी कमिटी का गठन किया गया है. यह कमिटी यह काम तब तक देखेगी जब तक जांच पूरी होती है. साथ ही जो गंभीर आरोप लगे हैं उनकी भी वह जांच करेगी. निगरानी कमिटी बनाने की घोषणा हुई थी. यह पांच सदस्यीय कमिटी वर्ल्ड चैंपियन एमसी मैरी कॉम की अध्यक्षता में बनाई गई है.'
एक महीने तक काम करेगी निगरानी कमिटी
फेडरेशन ने आरोपों का किया खंडन
इससे पहले खेल मंत्रालय ने कुछ दिन पहले कुश्ती महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर को सस्पेंड कर दिया था. वहीं कुश्ती महासंघ ने खेल मंत्रालय के नोटिस में पहलवानों की ओर से लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया. उसकी ओर से कहा गया था कि डब्ल्यूएफआई का प्रबंधन उसके संविधान के काम करता है. इसमें अध्यक्ष सहित किसी एक की व्यक्तिगत रूप से मनमानी और कुप्रबंधन की कोई गुंजाइश नहीं है. डब्ल्यूएफआई ने विशेष रूप से, मौजूदा अध्यक्ष की देखरेख में हमेशा पहलवानों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए काम किया है. साथ ही यौन शोषण के आरोपों पर कहा कि फेडरेशन ने पहले से एक पांच सदस्यों की कमिटी इस तरह के मामलों के लिए बना रखी थी. लेकिन इसके पास कोई शिकायत नहीं आई. साक्षी मलिक भी इस कमिटी का हिस्सा हैं.