बॉक्सिंग छोड़ पति दीपक हुड्डा संग कबड्डी सीखने लगी थी स्वीटी, फिर 10 दिन में पलटी कहानी, अब बनी वर्ल्ड चैंपियन

बॉक्सिंग छोड़ पति दीपक हुड्डा संग कबड्डी सीखने लगी थी स्वीटी, फिर 10 दिन में पलटी कहानी, अब बनी वर्ल्ड चैंपियन

भारत में इन दिनों खेली जाने वाली वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप (World Boxing Championship) में हरियाणा के हिसार से आने वाली स्वीटी बूरा ने अब रिंग की दुनिया जीत ली है. महिला वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में 81 किलोग्राम भार वर्ग में स्वीटी ने फाइनल में चीन की वांग लीना को 4-3 से हराते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया. इस तरह बॉक्सिंग की दुनिया में क्वीन बनने वाली स्वीटी एक समय इस खेल को छोड़ना चाहती थी लेकिन 10 दिन की ट्रेनिंग से एशियाई बॉक्सिंग चैंपियशिप में जीते गए मेडल ने उनके पंच में दम भर दिया और पति दीपक हुड्डा के साथ कबड्डी सीखने वाली स्वीटी ने रिंग से बाहर रहने का फैसला बदल डाला.

 

ओलिंपिक में नहीं मिली जगह तो कबड्डी खेलने का बनाया मन 


हरियाणा के हिसार से आने वाली 30 साल की स्वीटी टोक्यो ओलिंपिक 2022 के लिए जगह नहीं बना सकी थी. जिससे उन्हें काफी निराशा भी थी और स्क्रॉल और बातचीत में उन्होंने बताया था कि ओलिंपिक ना जाने पाने से वह काफी डिप्रेशन में चली गई थी. तभी मेरे पति (दीपक हुड्डा) ने कबड्डी खेलने के लिए कहा और मैने भी हामी भर दी.

 

भारत के कबड्डी खिलाड़ी दीपक हुड्डा ने बताया था कि जब वह परेशान थी तो मैंने उसे कबड्डी खेलने को कहा क्योंकि वह बचपन से ही एक कबड्डी खिलाड़ी रही है. स्वीटी और मैंने लॉकडाउन के समय अपार्टमेंट में काफी तगड़ी ट्रेनिंग की और 10-12 किलोमीटर की वॉक करने के बाद हम काफी कड़ी ट्रेनिंग कर रहे थे. जब लॉकडाउन में थोड़ी राहत मिली तो हम शाम को सात बजे स्टेडियम जाकर चार घंटे प्रैक्टिस करते थे.

 

2021 में बदली कहानी 


स्वीटी ने कबड्डी में अपनी पकड़ बनानी शुरू कर दी थी लेकिन वह इससे खुश नहीं थी और कहीं ना कहीं उनसे खालीपन चुभता ही रहता था. इस पर स्वीटी नेअंतिम समय अपने धूल में पड़े ग्लव्स को पहना और एशियाई चैंपियनशिप से 10 दिन पहले ट्रेनिंग करते हुए उसमें जगह बना डाली. 2021 एशियाई चैंपियनशिप में स्वीटी ने कांस्य पदक जीता और इस मेडल ने बॉक्सिंग के प्रति फिर से जोश भर दिया और अब उन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर बादशाहत को साबित कर दिया है. जिसमें उनके पति दीपक हुड्डा का अहम रोल रहा. क्योंकि कबड्डी के लिए तैयारी करने से स्वीटी खुद मानती है कि उनकी बॉडी का लोवर पार्ट काफी मजबूत हुआ. जबकि बॉक्सिंग में अपर पार्ट की मजबूती पर काफी जोर दिया जाता है. इस तरह फिटनेस हासिल करने में उन्होंने भी काफी मदद की है.

 

अब ओलिंपिक है लक्ष्य 


स्वीटी ने अपने सफर को याद करते हुए स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा कि मैंने एशियाई चैंपियनशिप में गोल्ड और अब वर्ल्ड चैंपियशिप में भी गोल्ड हासिल कर लिया है. मेरा अगला लक्ष्य ओलिंपिक में मेडल हासिल करना है. 

 

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