Indian football: 23 साल और भारतीय फुटबॉल का बुरा हाल, FIFA की टॉप रैंक टीमों से हुई टक्कर, नहीं मिली एक भी जीत, इस टीम ने तो 7 गोल से पीटा

Indian football: 23 साल और भारतीय फुटबॉल का बुरा हाल, FIFA की टॉप रैंक टीमों से हुई टक्कर, नहीं मिली एक भी जीत, इस टीम ने तो 7 गोल से पीटा

भारत ने SAFF चैंपियनशिप (SAFF Championship) के फाइनल में कुवैत को मात देकर 9वीं बार खिताब पर कब्जा कर लिया है. एक महीने पहले इसी टीम ने 98वें रैंक वाली टीम लेबनान को मात देकर साल 2023 का हीरो कॉन्टिनेंटल कप खिताब अपने नाम किया था. साल 1996 में युवा बाइचुंग भूटिया और क्लासिक आईएम विजयन ने टीम का चार्ज लिया और फिर भारत ने अब तक की अपनी बेस्ट फुटबॉल रैंकिंग हासिल की जो 94 है. लेकिन समय बदलता गया और भारतीय फुटबॉल आसमान ने नीचे गिर पड़ा. साल 2015 तक भारत ने अपनी सबसे निचली रैंक दर्ज की जो 173वीं थी.

 

हालांकि सालों से बदलाव चलता आ रहा है. खिलाड़ी आ रहे हैं जा रहे हैं. साल 2019 में टीम की 58वें रैंक वाली कतर के साथ टक्कर हुई और मुकाबला 0-0 की बराबरी पर खत्म हुआ. लेकिन फीफा की उन टॉप टीमों का क्या जिनके खिलाफ भारत की एक नहीं चल पाती. जब जब भारत की फीफा की टॉप रैंक टीमों से टक्कर हुई है टीम को हार मिली है. ऐसे में साल 2000 के बाद भारतीय टीम का इन टॉप टीमों के खिलाफ प्रदर्शन कैसा रहा है. चलिए जानते हैं सबकुछ.

 

जापान 2004- रैंक 18

 

भारत और जापान के बीच अब तक कुल 4 बार टक्कर हुई है. इन 360 मिनटों में भारतीय टीम एक बार भी जापान पर भारी नहीं पड़ पाई. इस दौरान साल 2004 में भारत को सबसे बुरी हार मिली जो 7-0 था. इस दौरान जापान के कोच ब्राजील के लेजेंड जीको रह चुके हैं. जापान की टीम ने एकतरफा मुकाबले में भारत को मात दी थी. जब भारत और जापान की टक्कर हुई थी तब जापान की टीम 18वें पायदान पर थी.

 

ऑस्ट्रेलिया, 2022- रैंक 23

 

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एएफसी एशियन कप का मुकाबला हुआ. साल 2011 में ये मुकाबला हुआ था. उस समय ऑस्ट्रेलिया की टीम की रैंकिंग 19वीं थी. टीम के खिलाड़ी टिम काहिल ने दो गोल किए और ब्लू टाइगर्स के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने 4-0 से जीत हासिल की. टीम इंडिया एक भी गोल नहीं कर पाई.

 

साउथ कोरिया, 2011- रैंक 32

 

भारत और साउथ कोरिया की अब तक सिर्फ एक बार ही टक्कर हुई है. 2000 से बात करें तो हेड टू हेड रिकॉर्ड में कोरियाई टीम का पलड़ा भारी है. टीम ने अब तक 16 जीत, 5 हार और 2 ड्रॉ खेले हैं. एएफसी एशियन कप 2011 में दोनों टीमों की फिर टक्कर हुई लेकिन रिजल्ट नहीं बदला. 32वीं रैंक साउथ कोरिया की टीम ने इस दौरान टीम को 4-1 से हराया.

 

भारतीय टीम के लिए उस दौरान इकलौता गोल वर्तमान में टीम इंडिया के फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री ने किया था. छेत्री ने 12वें मिनट में गोल किया था.

 

उरुग्वे, 2001- रैंक 32

 

32वीं रैंक वाली टीम उरुग्वे की टक्कर भारत के साथ साल 2001 में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में हुई थी. ये सहारा मिलिनियम सॉकर कप का ग्रुप स्टेज मुकाबला था. इस मैच में उरुग्वे ने 3-0 से जीत हासिल की थी. इस जीत के साथ ही भारतीय टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई. उरुग्वे के लिए मार्सेलो सीगेल्स, रिकार्डो वरेला और विल्सन मार्टिरेना ने 38वें, 58वें और 73वें मिनट में गोल किया था.

 

ईरान, 2015- रैंक 40

 

एशिया में भारत की विरोधी टीम की बात करें तो अब तक इतिहास में भारत ने सिर्फ एक बार ही ईरान को हराया है और वो भी साल 1951 में. भारत की दूसरी बार टक्कर 40वीं रैंक वाली ईरान के साथ बैंगलोर में हुई. इस दौरान ईरान ने जीत दर्ज की और भारत के खिलाफ कुल 3 गोल दागे. इसी साल दोनों देशों के बीच फिर टक्कर हुई और भारत को फिर हार मिली. भारत को इस दौरान 4-0 से हार मिली.

 

यानी की साल 2000 से अब तक टीम इंडिया ने फीफा रैंक वाली जितनी टीमों से टक्कर ली सभी के खिलाफ टीम को हार झेलनी पड़ी. ये टीमें टॉप 60 के नीचे आती थी. भारत को इस दौरान कुवैत के खिलाफ साल 2004 में सिर्फ एक ही जीत मिली है. कुवैत की टीम 60वें पायदान पर थी. भारत की तरफ से टोंबा सिंह, जेरी जिरसांगा और अभिषेक यादव ने गोल दागा टीम को 3-2 से जीत दिलाई.

 

ये भी पढ़ें:

Duleep Trophy : सूर्यकुमार, पृथ्वी शॉ और सरफराज का फ्लॉप शो, WI दौरे से ड्रॉप होने वाले पुजारा भी नहीं कर पाए खास

स्टेडियम के भीतर जैसे ही हुई इस शख्स की एंट्री, विराट-रोहित से लेकर द्रविड़ तक, हाथ मिलाने पहुंचे सभी भारतीय खिलाड़ी