भारतीय फुटबॉल टीम के बर्खास्त किए गए कोच इगोर स्टिमाक ने 21 जून को कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) के प्रेसीडेंट कल्याण चौबे को निशाने पर लिया और कहा कि जब से उन्होंने पद संभाला है तब से हालत खराब हो गई है. स्टिमाक ने कहा कि जितना जल्दी चौबे पद छोड़ेंगे उतना ही भारत में खेल के भविष्य के लिए अच्छा होगा. क्रोएशिया के पूर्व फुटबॉलर को 17 जून को भारतीय टीम के कोच पद से हटा दिया गया था. यह कदम टीम इंडिया के फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स से बाहर होने के बाद उठाया गया. एक दिन बाद स्टिमाक ने चेतावनी दी कि अगर उनके बकाया पैसे 10 दिन के अंदर नहीं दिए गए तो वे AIFF के खिलाफ केस करेंगे.
स्टिमाक ने पद से हटाए जाने के बाद 21 जून को ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस की और अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि भारतीय फुटबॉल बंधक बन गया है और इसके दोषी चौबे हैं. भारतीय फुटबॉल की ज्यादातर दिक्कतें उनकी वजह से ही बढ़ी हैं. उन्होंने कहा कि कार्यकाल के दौरान उनसे कई बार झूठ बोला गया और कई ऐसे वादे किए गए जिन्हें पूरा नहीं किया गया. स्टिमाक ने कहा,
कल्याण चौबे जितना जल्दी AIFF को छोड़ेंगे भारतीय फुटबॉल के लिए उतना ही अच्छा है. कल्याण केवल खुद की लोकप्रियता की चिंता करते हैं- उनकी हालिया मीडिया मुलाकातों से यह दिखता है. आप कहते हैं कि वह राजनेता है. उन्हें कोलकाता में कोई नहीं जानता. हमें भारतीय फुटबॉल के लिए किसी मजबूत, प्रभावशाली शख्सियत की जरूरत है. कल्याण की प्राथमिकता सोशल मीडिया पर क्लिक्स बढ़वाने और मशहूर खिलाड़ियों के साथ फोटो खिंचाने की है. वह भारतीय फुटबॉल की भलाई के बारे में नहीं सोचते. दुनिया में फुटबॉल सबसे मशहूर खेल है लेकिन भारत इकलौती जगह है जहां फुटबॉल आगे नहीं बढ़ रहा.
ये भी पढ़ें
IND vs AFG: कुलदीप यादव को महीनेभर बाद मिला खेलने का मौका और पहली गेंद पर कर बैठे गलती, ICC से बोले- 2 सैकेंड लगे...
T20 World Cup 2024 : टीम इंडिया बिना खेले हासिल कर सकती है सेमीफाइनल का टिकट, लेकिन झेलना पड़ेगा ये तगड़ा नुकसान, जानिए नए समीकरण?