India vs Pakistan, Davis Cup 2024: भारत और पाकिस्तान (India vs Pakistan) की टीम डेविस कप में आमने सामने होने वाली है. भारतीय टीम इस हाईवोल्टेज मैच के लिए 60 साल में पहली बार पाकिस्तान दौरे पर गई है. दोनों के बीच 3-4 फरवरी को इस्लामाबाद में घमासान होगा. इस मुकाबले के लिए जहां दोनों टीमें पूरी तरह से तैयार हैं. वहीं मैच से ठीक पहले इस्लामाबाद में सन्नाटा पसरा हुआ है. इस्लामाबाद शहर को देखकर जरा भी नहीं रहा कि वो भारत . पाकिस्तान जैसे ऐतिहासिक मुकाबले की मेजबानी कर रहा है.
पाकिस्तान टेनिस महासंघ को डेविस कप मैच के लिये खैबर पख्तूनख्वा या बलोचिस्तान जैसे क्षेत्रों से पास का अनुरोध पहली बार मिला है, लेकिन इस्लामाबाद को देखकर जरा भी अहसास नहीं होता कि यह भारत . पाकिस्तान जैसे ऐतिहासिक मुकाबले की मेजबानी कर रहा है. इस शहर में एक भी पोस्टर नहीं लगा है, जिससे पता चले कि भारतीय टीम 60 साल बाद वहां डेविस कप (Davis Cup) मुकाबला खेलने गई है. इस्लामाबाद खेल परिसर में भी कोई हलचल नहीं है, जहां यह मैच होना है. पाकिस्तान टेनिस महासंघ को इस मुकाबले के जरिये देश में खेलों में नयी जान फूंकने की उम्मीद है, लेकिन ब्रांड, विज्ञापन, मार्केटिंग और इंटरव्यू के जरिये इसका प्रचार हो ही नहीं रहा.
IND vs PAK टेनिस मैच में महज 500 लोगों की एंट्री
मैच के दिन यानी शनिवार और रविवार को महज 500 मेहमान ही परिसर में होंगे. एंट्री भी न्यौते के आधार पर होगा और पीटीएफ सिर्फ टेनिस जगत को न्योते दे रहा है. सुरक्षा इतनी कड़ी है कि भारतीय प्लेयर्स को सिर्फ वेन्यू और टीम होटल तक जाने की अनुमति है. वे पास के शॉपिंग मॉल या पर्यटन स्थलों पर भी नहीं जा सकते.
पीटीएफ के एक आला अधिकारी ने कहा-
हम इसे काफी बड़ा उत्सव बना सकते थे, लेकिन हम ज्यादा तामझाम से बचने के लिये मजबूर हैं. भारतीय महासंघ ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी. आईटीएफ ने एक प्लान को मंजूरी दी है और हमें उसका पालन करना है. हमारा बस चलता तो पूरे शहर में भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के पोस्टर होते, लेकिन हमारे हाथ बंधे हैं.
पीटीएफ कोषाध्यक्ष मुहम्मद खलील चुगताई ने कहा-
भारतीय टीम अगर वाघा बॉर्डर के जरिये आती तो हम वाघा पर ही जबरदस्त स्वागत करते. 2017 में ईरान ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी और उसके अनुसार सुरक्षा इंतजाम किये गए. आखिर में वे खुद होटल में रहकर ऊब गए थे.
एआईटीए ने आईटीएफ से सुरक्षा कारणों से इस मुकाबले को पाकिस्तान में नहीं कराने का अनुरोध किया था. डेविस कप समिति ने हालांकि उसकी अपील खारिज करके कहा था कि सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नजर नहीं आ रहा.
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