भारत की महान टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा (Sania Mirza) ने ‘खुशी के आंसुओं’ के साथ रविवार (5 मार्च) को एक खिलाड़ी के तौर पर अपनी शानदार यात्रा का समापन उसी स्थान से किया, जहां से उन्होंने इसकी शुरुआत की थी. सानिया ने हैदराबाद के लाल बहादुर टेनिस स्टेडियम में प्रदर्शनी मैचों में खेलकर टेनिस को आखिरकार अलविदा कह दिया. यहीं पर उन्होंने करीब दो दशक पहले ऐतिहासिक डब्ल्यूटीए एकल खिताब के साथ बड़े मंच पर अपने आगमन के संकेत दे दिय थे. इन प्रदर्शनी मैचों में रोहन बोपन्ना, युवराज सिंह और उनकी सबसे अच्छी मित्र बेथानी माटेक सैंड्स, इवान डोडिग, कारा ब्लैक और मारियन बार्टोली शामिल थे.
प्रदर्शनी मैचों को देखने के लिए पहुंचने वालों में केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन, युवराज सिंह, रोबिन उथप्पा, अनन्या बिरला, हुमा कुरैशी, डुलकर सलमान, उनके प्रशंसक, परिवार, दोस्त, खेल हस्तियां और सानिया मिर्जा टेनिस अकादमी के छात्र शामिल थे. 36 साल की सानिया लाल रंग की कार में स्टेडियम पहुंची और कई नामी गिरामी हस्तियों सहित दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका अभिनंदन किया.
विदाई भाषण में सानिया हुईं भावुक
रीजीजू ने की सानिया की तारीफ
मैच से पहले सानिया ने कहा, ‘मैं आप सभी के सामने अपना अंतिम मैच खेलने के लिए काफी उत्साहित हूं. मैं हमेशा अपना अंतिम मैच हैदराबाद में अपने घरेलू दर्शकों के सामने खेलना चाहती थी और मैं तेलंगाना सरकार की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने यह करवाया.’ पूर्व खेल मंत्री रीजीजू, तेलंगाना के मंत्री केटी रामा राव, अजहरूद्दीन और युवराज स्टेडियम में मौजूद दर्शकों में शामिल थे. रीजीजू ने कहा, ‘मैं सानिया मिर्जा के विदाई मैच के लिये ही हैदराबाद आया हूं. मैं यहां इतने सारे लोगों को देखकर खुश हूं. सानिया मिर्जा सिर्फ भारतीय टेनिस के लिये ही नहीं बल्कि भारतीय खेलों के लिये भी प्रेरणास्रोत हैं. जब मैं खेल मंत्री था तो मैं उनके संपर्क में रहता था. मैं उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाए देता हूं.’
सानिया के परिवार के सदस्य और दोस्त भी स्टेडियम में मौजूद थे. मैच के बाद रामा राव और तेलंगाना के खेल मंत्री वी श्रीनिवास गौड़ ने सानिया को सम्मानित किया. सानिया ने उनकी यात्रा में उनका समर्थन करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, ‘मेरे लिये सबसे बड़ा सम्मान 20 साल तक अपने देश के लिये खेलना रहा है. शीर्ष स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना हर खिलाड़ी का सपना होता है. मैं ऐसा करने में सफल रही. मैं हर किसी का शुक्रिया करना चाहूंगी जो यहां आये. मैं इससे बेहतर विदाई की उम्मीद नहीं कर सकती थी.’
सानिया ने फेयरवेल मैच में क्या कहा
दर्शकों की हौसला अफजाई को देखकर सानिया भावुक हो गईं. उन्होंने कहा, ‘मैंने नहीं सोचा था कि मैं आज भावुक हो जाऊंगी. लेकिन ये खुशी के आंसू हैं. मुझे खेलते हुए 20 साल से ज्यादा हो चुके हैं. मेरी जिंदगी में काफी चीजें यहां इस स्टेडियम से शुरू हुईं. लंबा सफर रहा. मैंने ऐसे समय में शुरुआत की थी तब किसी ने भी नहीं सोचा था कि टेनिस एक विकल्प था. भले ही वो लड़का हो या लड़कीं, विशेषकर हैदराबाद की एक लड़की के लिए. मेरे माता-पिता को ही मुझ पर भरोसा था, मेरी बहन और मेरे परिवार को. ऐसे भी लोग थे जिन्होंने कहा था कि हम नहीं कर सकते थे, हम ‘क्रेजी’ थे. 30 साल पहले उन्हें यह कहने के लिये मैं उन्हें दोषी नहीं मानती हूं, किसी ने भी नहीं सोचा था कि हम तरह से लोगों से भरे स्टेडियम में खड़े होंगे. मैं आज जो कुछ भी हूं, मेरे माता पिता ने मुझे यह बनाया है और मेरी बहन ने मुझे यह बनाया है, मैं जो भी हूं.’
सानिया ने कहा कि भले ही उन्होंने खेल को अलविदा कह दिया हो लेकिन वह भारत और तेलंगाना में टेनिस और खेलों का हिस्सा बनी रहेंगी. उन्होंने साथ ही उम्मीद जतायी कि देश से ‘कई, कई सानिया’ निकलेंगी. अजहरूद्दीन ने सानिया के टेनिस में योगदान की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि आज हम सानिया को शानदार विदाई दे रहे हैं. उन्होंने भारत में महिलाओं के लिये टेनिस में और दुनिया भर में जो किया है, मुझे लगता है कि यह शानदार उदाहरण है. मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं.’
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