भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कुलदीप यादव और पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री के बीच एक महत्वपूर्ण बातचीत को लेकर अहम खुलासा किया है. पूर्व गेंदबाजी कोच ने कहा कि वो रवि शास्त्री ही थे जिनकी बदौलत कुलदीप को टीम इंडिया में वापसी करने में मदद मिली. कुलदीप के लिए सभी फॉर्मेट पिछले कुछ सालों में शानदार रहे हैं और इसका एक मुख्य कारण आईपीएल 2022 सीजन के बाद से अपनी गेंदबाजी में किया गया एक अहम बदलाव है. इससे पहले कुलदीप आईपीएल और टीम इंडिया के लिए भी कुर्सी गरम करते दिखे थे.
ADVERTISEMENT
फैट कम करने से हुआ कुलदीप को फायदा
भरत ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि, "रवि शास्त्री ने कुलदीप से बात की और कहा कि बॉस, तुम्हारे अंदर जो चर्बी है उसे पिघलाना होगा. मैं बेहतर फिटनेस के बावजूद एक भी कारण नहीं सोच सकता कि तुम विश्व स्तरीय टेस्ट गेंदबाज नहीं बन पाओगे. अरुण का मानना है कि 2021 में कुलदीप यादव की पैर की चोट के बाद उन्हें उनकी गेम में सुधार करने का मौका दिया. इस दौरान उन्होंने अपनी फिटनेस पर भी काम किया और एक गेंदबाज के रूप में अहम सुधार किए.
चोट के बाद किया खुद में सुधार
भरत ने कहा कि कुलदीप को जो चोट लगी थी उससे उन्हें फिट होने का ऑप्शन मिला. उन्हें रिकवरी में काफी मेहनत करनी पड़ी और एक्स्ट्रा फैट को भी घटाना पड़ा. इस तरह क्रिकेट खेलने का उनका सपना दोबारा साकार हुआ. उन्होंने अपनी गेंदबाजी पर पूरा फोकस किया और अपनी पेस भी बढ़ाई.
भरत ने कहा कि कुलदीप एक बार अपने रंग में आ जाते हैं तो उन्हें रोकना बेहद मुश्किल हो जाता है. कुलदीप काफी तेज गेंद फेंकते हैं और कलाई का अच्छा इस्तेमाल करते हैं. जिस तरह वो गेंद रिलीज करते हैं और डायरेक्शन देते हैं उससे उन्हें बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में काफी मदद मिलती है. और अब अच्छी फिटनेस के साथ वो अपनी पूरी एनर्जी अपनी गेंदबाजी में लगा दे रहे हैं.
बता दें कि कुलदीप ने अब तक इंग्लैंड के खिलाफ 22.58 की औसत के साथ कुल 12 विकेट लिए हैं. ऐसे में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और धर्मशाला टेस्ट में उनके चुने जाने की पूरी उम्मीद है.
ये भी पढ़ें :-
ADVERTISEMENT