संजू सैमसन को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए टीम इंडिया के स्क्वॉड में शामिल नहीं किया. उनकी जगह ऋषभ पंत और केएल राहुल को प्राथमिकता दी गई. सैमसन को केरल टीम के कैंप में भी शामिल नहीं किया, जिस वजह से उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी के लिए केरल की टीम में नहीं चुना गया. जिसके बाद संजू सैमसन काफी परेशान हैं. उनके पिता सैमसन विश्वनाथ का कहना है कि केरल की टीम में उनका बेटा सुरक्षित नहीं है. स्पोर्ट्स तक से बातचीत करते हुए संजू सैमसन के पिता काफी इमोशनल हो गए और फूट फूटकर रोने लगे. उन्होंने रोते हुए अपने बेटे के लिए कहा कि उनके बेटे के साथ कुछ भी हो सकता है.
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संजू सैमसन इस वक्त इंग्लैंड के खिलाफ पांच टी20 मैचों की सीरीज के लिए टीम इंडिया के साथ हैं. भारत और इंग्लैंड के बीच बुधवार को कोलकाता के ईडन गार्डंस में पहला मैच खेला जाएगा. सैमसन ने पिछले साल दिसंबर में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में केरल की कप्तानी की थी, मगर विजय हजारे टूर्नामेंट के लिए उपलब्ध होने से पहले उन्होंने कैंप से ब्रेक लेने का विकल्प चुना था, मगर इसके बाद उन्हें विजय हजारे ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया. जिसके बाद कहा जाने लगा था कि इस टूर्नामेंट में न खेलने के चलते ही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया से उनका पत्ता कट गया.
बेटे के खिलाफ साजिश का आरोप
केरल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष जयेश जॉर्ज ने सैमसन की आलोचना करते हुए कहा था कि कोई जब चाहे केरल के लिए नहीं खेल सकता. अब सैमसन के पिता ने केरल क्रिकेट एसोसिएशन पर सनसनीखेज आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उनके बेटे के खिलाफ साजिश हो रही है. उनका आरोप है कि एसोसिएशन उनके बेटे का करियर बर्बाद करने की कोशिश कर रहा है. सैमसन के पिता चाहते हैं कि वो किसी और राज्य की तरफ से खेले. उनका कहना है कि अगर उनसे कोई गलती हुई है तो एसोसिएशन उन्हें बताए, वो माफी मांगने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा-
हमने केरल क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाफ जाकर कभी कोई काम नहीं किया. उनके ख्लिााफ हमारी तरफ से कोई गलती नहीं हुई है. मैं और मेरे बच्चों ने इनके खिलाफ एक शब्द भी नहीं निकाला. पता नहीं क्यों, ये सिर्फ आज की बात नहीं है, पिछले 10 12 सालों से हम परेशानियों का सामना कर रहे हैं. इसके पीछे की वजह क्या है, ये कौन कर रहा है, हमें नहीं पता. हम आज भी एसोसिएशन को ब्लेम नहीं कर रहे. उसने हमारे बच्चों को सपोर्ट किया है. संजू के बड़े भाई भी क्रिकेटर थे. मेरे दोनों बच्चे का केरल के लिए अच्छा प्रदर्शन था. बड़े बेटे का भी अंडर 19 में केरल के लिए अच्छा प्रदर्शन किया था. कैंप में भी अच्छा प्रदर्शन किया था, मगर फिर भी वनडे टीम में नहीं चुना. फिर 25 टीम में चुना.
हमारे बेटे को चार मैच से बाहर कर दिया था. वहीं से मुझे शक होने लगा था. बड़े बेटे को 5वें मैच में मौका मिला. वो ओपनर नहीं था, मगर फिर ओपनिंग कराई. अच्छा प्रदर्शन भी किसा. मैच के दौरान चोटिल बेटा हो गया, फिर भी इन लोगों ने कभी उसका जिक्र नहीं किया. वहीं से वो चीजें अब तक चली आ रही है. हमने एसोसिएशन के खिलाफ कभी कुछ नहीं किया. हमें गलती बताए, अगर हमसे कुछ गलती हुई है तो, हम माफी मांग लेंगे.
11 साल पहले मुझे इन लोगों ने बोला कि ये लोग सैमसन को कोई मैच नहीं देख के लिए आने नहीं देंगे. हमने उन्हें बैन कर दिया. ये लोग ऐसी बात कर रहे थे, अगर मेरे बेटे से कोई गलती हुई तो मुझे बुलाते, मैं दौड़कर चला जाता. बच्चों के करियर बनने के पीछे मैं तो लगा रहता हूं. मैं किसी के साथ क्यों गलत करूं. मैं राजा महाराजा जैसे लोगों से पंगा क्यों लूंगा, मेरे बेटे का करियर बर्बाद हो जाएगा.
विजय हजारे ट्रॉफी के बवाल पर उन्होंने कहा-
आधिकारिक तौर पर एसोसिशन ने संजू सैमसन को कोई जवाब नहीं दिया था. संजू ऐसे ही प्लेयर नहीं बने. मेहनत करके बने. उन्होंने पूरी जिंदगी मैदान में बिताई. मुझे डेढ़ महीने पहले ही पता चल गया था कि एसोसिएशन के अंदर संजू के खिलाफ प्लान बन गया है. उनके खिलाफ ऐसी चीजें की गई कि वो छोड़कर चले गए. हम इनसे पंगा नहीं ले सकते. मैंने सोच लिया है कि मेरा बच्चा यहां सुरक्षित नहीं है. ये लोग कुछ भी आरोप मेरे बेटे पर लगा देंगे और लोग विश्वास भी कर लेंगे. मैं चाहता हूं कि मेरा बेटा केरल के लिए क्रिकेट खेलना छोड़ दें. अगर कोई स्टेट संजू को खेलने के लिए बोलता है. मेरा बच्चा यहां पर सुरक्षित नहीं है.
एसोसिएशन में संजू सैमसन की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा-
ये लोग मेरे बेटे के खिलाफ कभी भी कोई साजिश कर सकते हैं. इस बात को लेकर मैं डरता हूं. हमने कभी किसी के साथ कोई गलत नहीं किया. मेरा बेटा मैदान से बाहर कभी निकला ही नहीं, वो इससे बाहर कभी जिया ही नहीं. उस बच्चे के साथ ऐसा हो रहा. मैं इनसे तंग हो गया हूं. मैं अपने बच्चों को यहां से निकाल रहा हूं.
उन्होंने किसी अन्य स्टेट से संजू के खेलने के सवाल पर कहा-
मैं रिक्वेस्ट करता हूं, अगर कोई एसोसिएशन मेरे बच्चों को मौका दें तो मैं केरल छोड़ दूंगा. यहां तक तो पूरा एक मकड़ी का जाल है.मुझे डर लगता है. मेरे बेटे को ये लोग बदनाम कर देंगे.
चैंपियंस ट्रॉफी के स्क्वॉड में संजू का नाम न आने पर उनके पिता ने कहा-
मेरा बेटा अकेला स्क्वॉड से बाहर नहीं हैं और भी खिलाड़ी बाहर हैं. टीम में चुने गए खिलाड़ी भी कम नहीं हैं. वो भी मेहनत करते हैं. चैंपियंस ट्रॉफी घर आनी चाहिए. मेरा बेटा अंदर से बहुत परेशान हैं. पहले मेरे बड़े बेटे को खत्म किया, फिर संजू को खत्म करने की साजिश हुई थी. उसे घुटने की चोट लगी थी. उसने ट्रीटमेंट के लिए छुट्टी मांगी थी. इस साजिश में मैं बीच में आ गया. वहां पर हमने संजू को नहीं खिलाया. वहां पर मैथ्यू ने कुछ गलत बोला था.
रिपोर्ट- शाजिया अब्बास
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