दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में जब बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच टक्कर होने वाली थी तब किसी ने ये उम्मीद नहीं की थी कि ये मैच अंत में इतना ज्यादा विवादित बन जाएगा. पहले एंजेलो मैथ्यूज का टाइम्ड आउट होकर पवेलियन लौटना, फिर मैथ्यूज के जरिए शाकिब का आउट होना और अंत में दोनों टीमों के खिलाड़ियों का एक दूसरे संग हाथ न मिलाना. वर्ल्ड कप में इस तरह का मैच किसी ने नहीं सोचा था. खेल भावना को ठेस पहुंचाने वाले इस मुकाबले में अंत में इससे भी बुरा तब हुआ जब दोनों ही टीमों ने मैच के बाद एक दूसरे संग हाथ मिलाने से मना कर दिया.
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खिलाड़ियों ने एक दूसरे संग नहीं मिलाया हाथ
तंजीम हसन साकिब के जरिए एंजेलो मैथ्यूज की गेंद पर विजयी रन बनाने के बाद दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को नजरअंदाज कर दिया. बता दें कि मैथ्यूज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में टाइम्ड आउट होने वाले पहले खिलाड़ी बने जिसके बाद अब ये विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. श्रीलंका की पारी के 25वें ओवर में शाकिब ने सदीरा समरविक्रमा को आउट कर दिया. इसके बाद एंजेलो मैथ्यूज मैदान पर आए. वे बैटिंग के लिए तैयार हो रहे थे, तभी उनके हेलमेट का स्ट्रैप टूट गया. उन्होंने दूसरा हेलमेट मंगाया. ड्रेसिंग रूम से नया हेलमेट आया तब तक 2 मिनट का समय निकल चुका था. ऐसे में बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने अंपायर से मैथ्यूज को आउट देने की अपील की. यहां मैथ्यूज को आउट करार दे दिया गया. मैथ्यूज ने इसके बाद अंपायरों से काफी बहस की लेकिन अंत में उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा.
मैथ्यूज का बयान वायरल
पोस्ट मैच के बाद मैथ्यूज से पूछा गया कि, आपने बांग्लादेशी खिलाड़ियों के व्यवहार के बारे में बात की जो बिल्कुल गलत था. लेकिन आपके खिलाड़ियों के व्यवहार के बारे में क्या जिन्होंने विरोधी टीम के खिलाड़ियों संग हाथ मिलाने से मना कर दिया. मैथ्यूज ने एक दूसरे को इज्जत देने की बात को लेकर कहा कि, ये बेहद जरूरी होता है कि आप उसे ही इज्जत दें जो आपकी इज्जत करता हो. मैथ्यूज ने कहा कि, आपको उन लोगों की इज्जत करनी चाहिए जो आपकी करती हैं. इसका मतलब ये भी है कि, उन्हें गेम की भी इज्जत करनी होगी. हम सभी क्रिकेट के एम्बेसडर हैं जिसमें अंपायर भी शामिल हैं. ऐसे में अगर आप अपना कॉमन सेंस इस्तेमाल नहीं कर सकते तो फिर कोई फायदा नहीं.
मैथ्यूज के आउट होने के बाद, असलांका ने बांग्लादेश के गेंदबाजों की पिटाई की और अपना पहला वनडे विश्व कप शतक लगाया. असलांका ने 105 गेंदों पर छह चौकों और पांच छक्कों की मदद से 108 रन बनाकर श्रीलंका को 49.3 ओवर में 279 रन के कुल स्कोर तक पहुंचाया.
लक्ष्य का पीछा करने के दौरान शाकिब और नजमुल शांतो ने अर्धशतक बनाते हुए दूसरे विकेट के लिए 168 रन की साझेदारी करके बांग्लादेश को 280 रन के लक्ष्य तक पहुंचा दिया. हालांकि मैथ्यूज ने कुछ हद तक शाकिब से बदला ले लिया क्योंकि इसी गेंदबाज ने शाकिब को आउट किया. दिलचस्प बात यह है कि शान्तो ने ही शाकिब को उस नियम के बारे में बताया था जिसके कारण बांग्लादेश के कप्तान को मैथ्यूज को आउट करने की अपील करनी पड़ी थी.
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