महिला टी20 वर्ल्ड कप में भारत का सफर खत्म हो चुका है. और वो सफर इंग्लैंड, पाकिस्तान ने नहीं बल्कि सबसे ज्यादा टीम इंडिया को दर्द देने वाली टीम ऑस्ट्रेलिया ने खत्म किया है. साल 2017 वनडे वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल में धूल चटाने वाली टीम इंडिया इस बार साल 2020 टी20 वर्ल्ड कप हार का बदला लेने मैदान पर उतरी थी. लेकिन साल 2023 टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में कुछ नहीं बदला और टीम इंडिया को रोमांचक मुकाबले में 5 रन से हार का सामना करना पड़ा. इस हार को पुरुष वनडे वर्ल्ड कप 2019 से भी जोड़कर देखा जा सकता है. क्योंकि उस दौरान धोनी के रनआउट ने पूरा मैच बदल दिया था और इस बार हरमनप्रीत कौर के एक रनआउट ने टीम से जीत छीन ली. 12 गेंदों में भारत को 20 रन बनाने थे और फिर अंतिम के 6 गेंद पर टीम को 16 रन चाहिए थे. लेकिन न तो दीप्ति और न ही स्नेह राणा कुछ कर पाईं. 20 ओवरों में टीम ने 8 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 167 रन बनाए और 5 रन से हार का मुंह देखना पड़ा. इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने महिला टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में एंट्री कर ली है.
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मांधना- शेफाली रहीं फ्लॉप
भारतीय पारी की बात करें तो टीम को बेहद खराब शुरुआत मिली. टीम का पहला विकेट ही 11 के कुल स्कोर पर गिरा जब शेफाली वर्मा मात्र 9 रन बनाकर मेगन शुट्ट का शिकार हो गईं. इसके बाद स्मृति मांधना भी 2 रन पर गार्डनर के हाथों चलती बनीं. 28 के कुल स्कोर पर टीम इंडिया मुश्किल में आ गई थी जब यास्तिका भाटिया भी 4 रन बनाकर आउट हो गईं. लेकिन इसके बाद क्रीज पर जमाइमा रोड्रिगेज और हरमनप्रीत कौर आईं. दोनों बल्लेबाजों ने ज्यादा समय नहीं लिया और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धुनाई चालू कर दी. दोनों ने मिलकर टीम के स्कोर को 97 रन तक पहुंचा दिया लेकिन तभी जमाइमा कट खेलने के चक्कर में अपने बल्ले का हिस्सा गेंद पर लगा बैठीं और 24 गेंद पर धांसू 43 रन की पारी खेल आउट हो गईं. उन्होंने 6 चौके जड़े. दूसरे छोर से टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर बीमार होने के बावजूद बड़े शॉट लगा रहीं थीं.
हरमन का जवाब नहीं
एक समय लग रहा था कि टीम इंडिया आसानी से जीत दर्ज कर फाइनल में पहुंच जाएगी लेकिन तभी हरमन का रन आउट होना भारतीय फैंस को बड़ा झटका दे गया. किसी को विश्वास नहीं हुआ कि आसान से रन लेने के चक्कर में हरमन का बल्ला फंस जाएगा और वो आउट हो जाएंगी. जब वो आउट हुईं तो टीम को 30 गेंद पर 43 रन बनाने थे. लेकिन इसके बाद टीम इंडिया की पूरा प्लानिंग खराब हो गई और टीम की आखिरी उम्मीद रिचा घोष भी 14 रन पर चलती बनीं. इस तरह अंत में पूरी टीम 20 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 167 रन ही बना पाई. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से एश्ले गार्डनर ने 2, डार्सी ब्राउन ने 2 और जेस जोनासन को 2 विकेट मिला.
मूनी- लैनिंग ने बदला खेल
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की बात करें तो टीम के ओपनर्स ने शानदार शुरुआत दी और पहले विकेट लिए एलिसा हीली और बेथ मूनी के बीच 52 रन की साझेदारी हुई. लेकिन इस साझेदारी को राधा यादव ने तोड़ा जब उन्होंने हीली को 25 रन पर चलता किया. इसके बाद मूनी और मेग लैनिंग की जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिए 30 रन से ज्यादा जोड़े लेकिन मूनी को शिखा पांडे ने 54 पर चलता किया. मूनी बेहद खतरनाक नजर आ रहीं थी और उन्होंने अपना काम भी किया. मूनी का 34 रन पर कैच भी छूट था लेकिन अंत में वो 37 गेंद पर 7 चौके और 1 छक्के के साथ 54 रन बना गईं. एश्ले गार्डनर ने आगे का जिम्मा संभाला और टीम के स्कोर को आगे बढ़ाया. इस बल्लेबाज ने भी 18 गेंद पर 31 रन ठोके. गार्डनर ने 5 चौके जड़े और लैनिंग का भरपूर साथ दिया. लैनिंग अंत तक 49 रन बनाकर नाबाद रहीं. अपनी पारी में इस बल्लेबाज ने 4 चौके और 2 छक्के लगाए. भारतीय गेंदबाजों की अंतिम ओवरों में खूब पिटाई हुई जिसका नतीजा ये रहा कि, टीम ने 20 ओवरों में 172 रन बना लिए.
भारत की तरफ से शिखा पांडे के 2, दीप्ति शर्मा को 1 और स्नेह राणा को 1 विकेट मिला.
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