गौतम गंभीर की टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया के हाथों बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में करारी हार का सामना करना पड़ा. भारत ने 1-3 से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवा दी. इस हार के बाद टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज मनोज तिवारी ने बड़ा हमला बोला है. उन्होंने गंभीर को ढोंगी बताया है. उनका कहना है कि गंभीर जो कहते हैं, वो करते नहीं हैं. तिवारी ने न्यूज18 बांग्ला से कहा-
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गौतम गंभीर पाखंडी हैं. वह जो कहते हैं, वह करते नहीं हैं. कप्तान (रोहित) कहां से हैं? मुंबई से. अभिषेक नायर कहां से हैं? मुंबई से. उन्हें मुंबई के खिलाड़ी को आगे रखने का मौका मिला. जलज सक्सेना के लिए बोलने वाला कोई नहीं है. वह अच्छा प्रदर्शन करते हैं, लेकिन चुप रहते हैं.
उन्होंने कहा-
मॉर्ने मोर्केल लखनऊ सुपर जायंट्स से आए हैं. अभिषेक नायर कोलकाता नाइट राइडर्स में गंभीर के साथ थे और भारतीय मुख्य कोच उनके साथ सहज हैं. उन्हें कोच की हां में हां मिलाना चाहिए. इसीलिए उन्हें लाया गया है.
उन्होंने यह भी कहा कि 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स को खिताब दिलाने वाले गंभीर अकेले खिलाड़ी नहीं थे, बल्कि यह पूरी टीम का सामूहिक प्रयास था.
गंभीर की कप्तानी ने केकेआर को अकेले खिताब नहीं जिताया. हम सभी ने एक टीम के रूप में प्रदर्शन किया. जैक्स कैलिस, मनविंदर बिस्ला और मैंने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया और सुनील नरेन ने बेहतरीन गेंदबाजी की. यही कारण है कि हमने पहला आईपीएल खिताब जीता। लेकिन इसका श्रेय किसने लिया? ऐसा माहौल और पीआर है जो उन्हें सारा श्रेय लेने की अनुमति देता है.
टीम इंडिया के 10 साल बाद ऑस्ट्रेलिया से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) हारने के बाद गंभीर पर काफी आलोचना हो रही है.कई पूर्व प्लेयर्स ने उन पर सवाल भी खड़े किए हैं. ऑस्ट्रेलिया से पहले टीम इंडिया को घर में न्यूजीलैंड के हाथों तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था.
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