सौरव गांगुली ने टीम इंडिया से जसप्रीत बुमराह को लेकर लगाई गुहार, कहा- ये करो तभी जाकर वो 5 टेस्ट खेल पाएगा

सौरव गांगुली ने टीम इंडिया से गुहार लगाई है. गांगुली ने कहा कि अगर जसप्रीत बुमराह को सभी 5 टेस्ट खिलाने हैं तो टीम इंडिया के बाकी गेंदबाजों को सपोर्ट करना होगा.

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जसप्रीत बुमराह

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सौरव गांगुली ने टीम इंडिया से गुहार लगाई है

गांगुली ने कहा कि बाकी गेंदबाजों को बुमराह का सपोर्ट करना होगा

टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह अंग्रेजों के खिलाफ हंगामा काट रहे हैं. बुमराह ने इंग्लैंड की पहली पारी में अकेले 5 विकेट लिए. इंग्लैंड की टीम इसलिए भी ज्यादा रन बना गई क्योंकि दूसरे छोर से और कोई गेंदबाज बुमराह का सपोर्ट नहीं कर पा रहा था. इसके अलावा खराब फील्डिंग का भी टीम पर काफी असर पड़ा है. वहीं पहली पारी में जब टीम इंडिया बैटिंग कर रही थी तब टीम ने 3 विकेट गंवा 430 रन ठोक दिए थे लेकिन 471 रन तक पहुंचते ही पूरी टीम ढेर हो गई. 

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क्या बोले सौरव गांगुली

इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने भी फ्लैट ट्रैक का पूरा फायदा उठाया. बुमराह ने 5 विकेट लिए. लेकिन वो अकेले लड़ते दिखे. इसी मुद्दे पर अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बड़ा बयान दिया है. सौरव गांगुली ने कहा कि बुमराह को अगर सभी 5 टेस्ट खिलाने हैं तो बाकी के भारतीय गेंदबाजों को उनका साथ देना होगा. 

बता दें कि बुमराह और कोच गौतम गंभीर पहले ही ये पुष्टि कर चुके हैं कि उनके लिए तीन टेस्ट से ज्यादा खेलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. टीम मैनेजमेंट बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर काफी ज्यादा सीरियस है. बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया में सभी 5 टेस्ट मैच खेले थे लेकिन अंत में वो चोटिल हो गए. 

5 विकेट लेने के बाद भावुक हुए बुमराह

बुमराह ने तीसरे दिन का खेल समाप्‍त होने के बाद प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में इमोशनल जवाब दिया और कहा कि पिछले एक दशक से लोग उनसे कह रहे हैं कि उनका करियर जल्द ही खत्म हो जाएगा. उन्‍होंने कहा, लोग जो लिखते हैं, वो तो मेरे हाथ में नहीं है.मैं किसी को सीख देने की कोशिश तो नहीं कर रहा कि मेरे बारे में मैं ऐसे लिखो.हर कोई जो चाहे लिखने के लिए स्वतंत्र है.मैं समझता हूं कि हमारे देश में क्रिकेट बहुत पॉपुलर है.मैं समझता हूं कि मेरे नाम से दर्शकों की संख्या बढ़ेगी.मैं समझता हूं, लेकिन दिन के अंत में इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. 

अगर वो बात मेरे दिमाग में आएगी तो मैं विश्वास करने लगूंगा.मैं चाहता हूं कि मैं जो विश्वास करता हूं वो चीज डिक्टेट करेगी. कोई और जो चाहता है कि  मुझे वैसे खेलना चाहिए, मैं वैसा नहीं हूं.मुझे हमेशा से भारत के लिए खेलना था.मैं अपने विश्वास पर आया हूं.हर फॉर्मेट अपने विश्वास पर खेला हूं.मेरे को लोगो ने सिर्फ ना ही बोला है.'6 महीने खेलोगे, 8 महीने खेलोगे.गिनते गिनते इंटरनेशनल क्रिकेट में मेरे 10 साल पूरे होने को आये हैं.आईपीएल 12-13 साल से खेल रहा हूं.इंतजार करते रहो. मैं नहीं सोचने वाला उस चीज के बारे में.मैं अपना काम करता रहूंगा.हर 3-4 महीने  में आ जाएगा 'अब जाएगा,अब जाएगा.जब तक भगवान ने लिखा है तब तक खेलूंगा.अपनी सबसे अच्छा तैयारी करता हूं,फिर मैं भगवान पर छोड़ देता हूं. 

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