'देश पहले, ये कोई छुट्टी नहीं है', दौरे पर परिवार को साथ ले जाने पर गंभीर का खिलाड़ियों को मैसेज

भारतीय क्रिकेट टीम के कोच गौतम गंभीर ने हाल ही में दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय रखी है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक नियम बनाया था, जिसके तहत विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार को पूरे समय साथ रहने की अनुमति नहीं होगी, बल्कि वे दौरे के आखिरी हफ्ते में ही साथ रह सकते हैं. इस फैसले पर काफी चर्चा हो रही थी. चेतेश्वर पुजारा के साथ एक पोडकास्ट में पूछे जाने पर गौतम गंभीर ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि परिवार महत्वपूर्ण है और उनका साथ रहना भी जरूरी हो सकता है, लेकिन टीम इंडिया एक उद्देश्य के साथ विदेशी दौरे पर जाती है. गंभीर ने स्पष्ट किया कि "ये कोई छुट्टी नहीं है." उन्होंने जोर दिया कि देश को गौरवान्वित करना सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य है और खिलाड़ियों को अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध रहना चाहिए. गंभीर ने यह भी कहा कि वह परिवार के साथ यात्रा करने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन देश सबसे पहले आता है. इसके अतिरिक्त, गंभीर ने भारत बनाम इंग्लैंड के दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया द्वारा 607 रन पर पारी घोषित करने के फैसले पर भी बात की. उन्होंने कहा कि टीम का इरादा इंग्लैंड को खेल से पूरी तरह बाहर करना था और उनकी मानसिक दृढ़ता का परीक्षण करना था. गंभीर ने कहा कि अगर उनका फैसला गलत भी होता, तो भी उन्हें आलोचना स्वीकार होती, बशर्ते इरादा सही हो.

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भारतीय क्रिकेट टीम के कोच गौतम गंभीर ने हाल ही में दो महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय रखी है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एक नियम बनाया था, जिसके तहत विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार को पूरे समय साथ रहने की अनुमति नहीं होगी, बल्कि वे दौरे के आखिरी हफ्ते में ही साथ रह सकते हैं. इस फैसले पर काफी चर्चा हो रही थी. चेतेश्वर पुजारा के साथ एक पोडकास्ट में पूछे जाने पर गौतम गंभीर ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि परिवार महत्वपूर्ण है और उनका साथ रहना भी जरूरी हो सकता है, लेकिन टीम इंडिया एक उद्देश्य के साथ विदेशी दौरे पर जाती है. गंभीर ने स्पष्ट किया कि "ये कोई छुट्टी नहीं है." उन्होंने जोर दिया कि देश को गौरवान्वित करना सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य है और खिलाड़ियों को अपने लक्ष्य के प्रति प्रतिबद्ध रहना चाहिए. गंभीर ने यह भी कहा कि वह परिवार के साथ यात्रा करने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन देश सबसे पहले आता है. इसके अतिरिक्त, गंभीर ने भारत बनाम इंग्लैंड के दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया द्वारा 607 रन पर पारी घोषित करने के फैसले पर भी बात की. उन्होंने कहा कि टीम का इरादा इंग्लैंड को खेल से पूरी तरह बाहर करना था और उनकी मानसिक दृढ़ता का परीक्षण करना था. गंभीर ने कहा कि अगर उनका फैसला गलत भी होता, तो भी उन्हें आलोचना स्वीकार होती, बशर्ते इरादा सही हो.

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