भारतीय क्रिकेट टीम की टेस्ट मैच रणनीति पर चर्चा हुई। शुभमन गिल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में छह बल्लेबाजों के साथ खेलने की बात कही थी। इस पर बहस हुई कि टीम को बल्लेबाजी को गहरा करने के बजाय गेंदबाजी पर अधिक ध्यान देना चाहिए। एक विशेषज्ञ ने 2021 की टीम का उदाहरण दिया, जिसमें चार तेज गेंदबाज (सिराज, बुमराह, शमी, इशांत) खेले थे और उन्होंने सभी विकेट लिए थे, जबकि स्पिनरों को कोई विकेट नहीं मिला था। विशेषज्ञ ने कहा, "मैं तो 2021 वाली टीम कहलाऊंगा चार फास्ट बोलर वहाँ पे आपने खिलाया था। उस वाले टेस्ट मैच में सिराज भी थे भी थे, शमी भी थे, इशांत भी थे और चारो फास्ट बोलर ने विकेट निकाली थी। टोटल आपके स्पिनर ने एक भी विकेट नहीं निकाली थी।" लॉर्ड्स और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के इतिहास का भी उल्लेख किया गया, जहाँ तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन प्रभावी रहा है। वाशिंगटन सुंदर की बल्लेबाजी और उनके पिछले मैच में चयन का बचाव भी चर्चा का विषय रहा। साई सुदर्शन के तकनीकी पहलू और अभ्यास पर भी बात हुई। टीम में ध्रुव जुरेल, साई सुदर्शन और करुण नायर जैसे बल्लेबाजों को शामिल करने के विकल्पों पर भी विचार किया गया। रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर जैसे स्पिनरों की भूमिका पर भी चर्चा हुई, खासकर लॉर्ड्स जैसे मैदान पर जहाँ दो स्पिनरों के साथ खेलने की संभावना कम मानी गई। यह चर्चा टीम के एकादश के चयन और संतुलन पर केंद्रित रही।
ADVERTISEMENT