IND VS ENG: ड्यूक बॉल की शेप बिगड़ने पर ऋषभ पंत का बड़ा बयान, खिलाड़ियों को हो रही परेशानी!

प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम के उप-कप्तान ने कई अहम मुद्दों पर बात की। उन्होंने टीम के भीतर खिलाड़ियों के बीच तालमेल और भरोसे को महत्वपूर्ण बताया। उनका कहना था कि मैदान के बाहर की अच्छी दोस्ती मैदान पर प्रदर्शन में दिखती है। मुख्य गेंदबाज की अनुपस्थिति पर उन्होंने कहा कि यह अन्य खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का अवसर है। आकाशदीप और सिराज जैसे खिलाड़ियों ने इस मौके पर अच्छा प्रदर्शन किया है। उप-कप्तान ने आकाशदीप के निजी संघर्षों पर भी बात की, लेकिन इसे व्यक्तिगत रखने की बात कही। टेस्ट मैचों के बीच कम समय पर उन्होंने कहा कि गति महत्वपूर्ण है, लेकिन अंततः अच्छा क्रिकेट ही जीत दिलाता है। इंग्लैंड में विकेटों की प्रकृति पर भी चर्चा हुई। टीम अपनी रणनीति को विपक्षी टीम के अनुसार नहीं बदलती, बल्कि दी गई परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर ध्यान केंद्रित करती है। ड्यूक गेंदों के आकार बिगड़ने को एक बड़ी समस्या बताया गया, जिससे खिलाड़ियों को परेशानी हो रही है। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अपनी बल्लेबाजी के दृष्टिकोण पर भी प्रकाश डाला, जिसमें एक समय में एक गेंद पर ध्यान केंद्रित करना और आत्म-अनुशासन शामिल है। उन्होंने बताया कि वह हमेशा खुद से बात करते हुए बल्लेबाजी करते हैं, जो उन्हें बचपन से सिखाई गई आदत है।

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प्रेस कॉन्फ्रेंस में टीम के उप-कप्तान ने कई अहम मुद्दों पर बात की। उन्होंने टीम के भीतर खिलाड़ियों के बीच तालमेल और भरोसे को महत्वपूर्ण बताया। उनका कहना था कि मैदान के बाहर की अच्छी दोस्ती मैदान पर प्रदर्शन में दिखती है। मुख्य गेंदबाज की अनुपस्थिति पर उन्होंने कहा कि यह अन्य खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का अवसर है। आकाशदीप और सिराज जैसे खिलाड़ियों ने इस मौके पर अच्छा प्रदर्शन किया है। उप-कप्तान ने आकाशदीप के निजी संघर्षों पर भी बात की, लेकिन इसे व्यक्तिगत रखने की बात कही। टेस्ट मैचों के बीच कम समय पर उन्होंने कहा कि गति महत्वपूर्ण है, लेकिन अंततः अच्छा क्रिकेट ही जीत दिलाता है। इंग्लैंड में विकेटों की प्रकृति पर भी चर्चा हुई। टीम अपनी रणनीति को विपक्षी टीम के अनुसार नहीं बदलती, बल्कि दी गई परिस्थितियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर ध्यान केंद्रित करती है। ड्यूक गेंदों के आकार बिगड़ने को एक बड़ी समस्या बताया गया, जिससे खिलाड़ियों को परेशानी हो रही है। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से अपनी बल्लेबाजी के दृष्टिकोण पर भी प्रकाश डाला, जिसमें एक समय में एक गेंद पर ध्यान केंद्रित करना और आत्म-अनुशासन शामिल है। उन्होंने बताया कि वह हमेशा खुद से बात करते हुए बल्लेबाजी करते हैं, जो उन्हें बचपन से सिखाई गई आदत है।

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