भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच 10 जुलाई से 14 जुलाई तक लॉर्ड्स के ऐतिहासिक स्टेडियम में खेला जाएगा। टीम इंडिया को उम्मीद है कि वह अपनी जीत की लय बरकरार रखेगी और लॉर्ड्स का मुकाबला जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल करेगी। हालांकि, यह मुकाबला दोनों ही टीमों के लिए आसान नहीं होगा। लॉर्ड्स के मैदान के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 10 सालों (2015-2025) में खेले गए 19 टेस्ट मुकाबलों में से 3 ड्रॉ रहे हैं। बाकी 16 परिणाम-उन्मुख मैचों में से 8 मुकाबले चौथे दिन ही समाप्त हो गए, जबकि 5 मुकाबले तीसरे दिन और केवल 3 मुकाबले पांचवें दिन तक चले। यह दर्शाता है कि लॉर्ड्स की पिच अक्सर गेंदबाजों के लिए मददगार साबित होती है। पिच को लेकर बताया गया है कि यह थोड़ी पेसी और बाउंस वाली रहेगी, जो तेज गेंदबाजों को अधिक मदद देगी। पहली पारी का औसत स्कोर 300 से अधिक रहता है, लेकिन चौथी पारी में यह घटकर लगभग 160-170 तक आ जाता है। टीम इंडिया के सामने कुछ बड़े सवाल हैं, जैसे जसप्रीत बुमराह की वापसी तय है और वह प्रसिद्ध कृष्णा की जगह लेंगे। इसके अलावा, शार्दुल ठाकुर और अर्शदीप सिंह को मौका मिलेगा या नहीं, यह भी देखना होगा। बताया गया है कि बल्लेबाजों के लिए लॉर्ड्स की पिच पर बल्लेबाजी करना मुश्किल होगा। इंग्लैंड के पास जोफरा आर्चर, जोश टंग और क्रिस वोक्स जैसे तेज गेंदबाज हैं, जो भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौती पेश करेंगे। टीम इंडिया जमकर अभ्यास कर रही है और अपनी रणनीति पर काम कर रही है।
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