रणजी ट्रॉफी फाइनल (Ranji Trophy Final) की शुरुआत के पहले ही दिन बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी (Manoj Tiwary) ने कहा था कि उन्हें एक ऐसी पिच चाहिए जिसपर पेस और बाउंस हो. लेकिन बंगाल के बल्लेबाजों के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसे देख खुद मनोज तिवारी ही चौंक गए. बंगाल के बल्लेबाजों के फ्लॉप शो का नतीजा ये रहा कि पूरी टीम 174 पर ऑलआउट हो गई. मैच के बाद मनोज तिवारी बेहद आत्मविश्वास से लैस नजर आए और उन्होंने कहा कि, वो सौराष्ट्र की टीम को और 60 रन के भीतर ऑलआउट कर सकते हैं. बंगाल के 174 के जवाब में सौराष्ट्र की टीम ने 2 विकेट के नुकसान पर 81 रन बनाए लिए हैं और टीम 93 रन से पीछे चल रही है. पहले दिन का स्टम्प्स हो चुका है और हार्विक देसाई 38 रन बनाकर खेल रहे हैं.
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छा गए उनादकट और सकारिया
सौराष्ट्र के पास अभी भी अर्पित वासवदा, चिराज जानी और शेल्डन जैक्सन हैं. तीनों और देसाई की जोड़ी ने इस सीजन सौराष्ट्र के लिए कुल 2460 रन बनाए हैं. मैच की जब शुरुआत हुई तो बंगाल के बल्लेबाजों को पूरा भरोसा था कि वो पहली पारी में कुछ कमाल दिखाएंगे. लेकिन तीन दशक से अधिक समय बाद रणजी ट्रॉफी जीतने की बंगाल की उम्मीदों को करारा झटका देते हुए तेज गेंदबाजों जयदेव उनादकट और चेतन सकारिया ने फाइनल मैच के पहले ही दिन सौराष्ट्र का पलड़ा भारी कर दिया.
शाहबाज ने बचाई बंगाल की लाज
बंगाल की टीम पहले दिन ही 174 रन पर आउट हो गई . स्पिन हरफनमौला शाहबाज अहमद (69) और विकेटकीपर अभिषेक पोरेल (50) अगर अर्धशतक नहीं जमाते तो बंगाल की स्थिति और खराब होती. दोनों ने सातवें विकेट के लिये 101 रन की साझेदारी करके सौराष्ट्र के गेंदबाजों को करीब चार घंटे तक परेशान किया. बायें हाथ के स्पिनर धर्मेंद्रसिंह जडेजा ने दोनों को पवेलियन भेजा. पहले दिन का खेल समाप्त होने पर सौराष्ट्र ने दो विकेट पर 81 रन बना लिये थे और वह बंगाल से 93 रन पीछे थे. फॉर्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज हार्विक देसाई (38) और सकारिया ( दो ) क्रीज पर थे . सौराष्ट्र ने जय गोहिल ( छह ) और विश्वराज जडेजा (25 ) के विकेट गंवा दिये.
अकेले उनादकट पड़े भारी
वहीं टेस्ट टीम से रिलीज किये जाने के बाद वापसी कर रहे उनादकट ने 44 रन देकर तीन विकेट लिये. उन्होंने पहले स्पेल में पांच ओवर में सात रन देकर दो विकेट चटकाये थे. सकारिया ने 33 रन देकर तीन विकेट लिये. पहले आधे घंटे के खेल में ही बंगाल के चार बल्लेबाज पवेलियन में थे जब स्कोर बोर्ड पर 17 रन टंगे थे. बंगाल की आधी टीम सवा घंटे के भीतर 34 के स्कोर पर आउट हो चुकी थी. सौराष्ट्र के तीसरे तेज गेंदबाज चिराग जानी ने भी दो विकेट लिये. इससे पहले उनादकट ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया जो उन्होंने और सकारिया ने सही साबित कर दिखाया. बंगाल के बल्लेबाज गैर जिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट होते चले गए. पारी की पांचवीं गेंद पर ही उनादकट ने अभिमन्यु ईश्वरन को आउट किया.
फाइनल के जरिए डेब्यू कर रहे सुमंत गुप्ता भी दबाव नहीं झेल सके और एक रन बनाकर आउट हो गए. सकारिया ने सुदीप कुमार घारामी को दो गेंद बाद आउट किया. मेजबान कप्तान मनोज तिवारी को उनादकट ने एक के स्कोर पर गली में लपकवाया. इस सत्र में बंगाल के लिये सर्वाधिक रन बनाने वाले अनुस्तूप मजूमदार भी ज्यादा देर टिक नहीं सके. पांच विकेट जल्दी गिरने के बाद शाहबाज और पोरेल ने पारी को संभालने की कोशिश की और टीम को शर्मनाक स्कोर पर सिमटने से बचाया.
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