बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) फ्रेंचाइज दरबार राजशाही के विदेशी खिलाड़ियों ने पूरी सैलरी न मिलने के कारण रंगपुर नाइडर्स के खिलाफ मैच खेलने से इनकार कर दिया, जिसके बाद राजशाही को लोकल प्लेयर्स के साथ मैदान पर उतरना पड़ा. इसके बावजूद टीम ने दो रन से जीत दर्ज की.क्रिकइंफो के अनुसार विदेशी खिलाड़ियों को उनके बकाया भुगतान का केवल 25 फीसदी ही भुगतान किया गया है. जबकि बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के नियमों के अनुसार फ्रेंचाइजियों को टूर्नामेंट के दौरान कुल बकाया राशि का कम से कम 75 फीसदी भुगतान करना अनिवार्य है.
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रयान बर्ल, मोहम्मद हारिस, मार्क डेयाल, मिगुएल कमिंस, आफताब आलम और लाहिरू समरकून इस सीजन में राजशाही के विदेशी खिलाड़ी हैं. बोर्ड के नियमों के अनुसार हर टीम को कम से कम दो विदेशी खिलाड़ियों के साथ मैच खेलना होता है,लेकिन राजशाही की टीम रविवार को पूरी तरह से स्थानीय 11 खिलाड़ियों के साथ खेली. टूर्नामेंट के इतिहास में ऐसा पहला मामला भी है. टॉस के वक्त टीम के कप्तान तस्कीन अहमद ने कहा-
हमने कुछ बदलाव किए हैं. चार या पांच, क्योंकि आज कोई विदेशी नहीं है. सभी स्थानीय खिलाड़ी खेल रहे हैं.
इसके तुरंत बाद बीसीबी ने एक बयान जारी कर कहा कि फ्रेंचाइज ने यह कदम उठाने से पहले स्पेशल अनुमति ली थी. BCB ने कहा-
दरबार राजशाही टीम ने विदेशी खिलाड़ियों की अनुपलब्धता के कारण रंगपुर राइडर्स के खिलाफ आज के मैच के लिए केवल बांग्लादेशी खिलाड़ियों वाली टीम उतारने के लिए BPL तकनीकी समिति को विशेष मंजूरी के लिए आवेदन किया. इसके रिव्यू के बाद और बीपीएल 2024-25 की मैच खेलने की शर्तों के नियम 1.2.8 के अनुसार तकनीकी समिति ने दरबार राजशाही को इस मैच के लिए केवल बांग्लादेशी खिलाड़ियों वाली टीम उतारने की मंजूरी दे दी है.
होटल का बिल तक नहीं चुका पाई फ्रेंचाइज
रिपोर्ट में कहा गया है कि ये फ्रेंचाइज के लिए वित्तीय संकट का पहला मामला नहीं है. टीम के स्थानीय खिलाड़ियों को उनके बकाये का एक चौथाई भी भुगतान नहीं किया गया था और इस स्थिति को बदलने के लिए उन्हें दो हफ्ते पहले चटगांव में ट्रेनिंग छोड़कर विरोध करना पड़ा था. मालिक रहमान का कहना है कि चटगांव में टीम के होटल का बिल न चुका पाने के कारण उनकी कार ज़ब्त कर ली गई थी. मैच से पहले टीम ने होटल बदल लिया और रविवार का मैच शुरू होने रहने तक विदेशी खिलाड़ी वहीं रुके रहे.
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