राहुल द्रविड़ ने खोला राज, इस भारतीय खिलाड़ी ने बदली T20 क्रिकेट की दिशा, कहा- 'बैटिंग में क्रांति इसी के दम पर आई'

राहुल द्रविड़ ने कहा कि रोहित शर्मा और मैंने टी20 क्रिकेट को और आक्रामक बनाने की बात की थी और रोहित ने अपनी आक्रामक बैटिंग से ऐसा किया. रोहित शर्मा को इसका श्रेय देना चाहिए.

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विराट कोहली, रोहित शर्मा और एमएस धोनी

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रोहित द्रविड़ ने बड़ा बयान दिया है

द्रविड़ ने कहा कि रोहित ने टी20 क्रिकेट को बदल दिया है

साल 2024 टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने राहुल द्रविड़ की कोचिंग में खिताब अपने नाम किया था.  इस बीच टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच ने उस एक क्रिकेटर का नाम बताया है जो टी20 क्रिकेट में क्रांति लेकर आया है. राहुल द्रविड़ ने विराट नहीं बल्कि रोहित शर्मा का नाम लिया. रोहित शर्मा अक्सर आक्रामक बैटिंग करते हैं. यही कारण है कि रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप खिताब पर कब्जा किया. 

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टी20 से हो चुके हैं रिटायर

बता दें कि रोहित शर्मा ने भारत को टी20 वर्ल्ड कप खिताब दिलाने के बाद इस फॉर्मेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था. द्रविड़ ने ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस में कहा कि, मैं ये नहीं कह सकता कि मुझसे पहले क्या हुआ. लेकिन हां जब मैं टीम इंडिया का कोच बना तो मेरे और रोहित के बीच काफी ज्यादा बातचीत हुई. इस दौरान हमने यही प्लानिंग की कि हम कैसे टी20 क्रिकेट को और आक्रामक बना सकते हैं. 

टी20 बदलने के लिए रोहित को मिलतना चाहिए क्रेडिट

द्रविड़ ने आगे कहा कि मैंने और रोहित ने शुरुआत से ही बात करनी शुरू कर दी थी. क्योंकि गेम पूरी तरह बदल रहा था. रोहित को इसके लिए खूब सारा क्रेडिट मिलना चाहिए क्योंकि वो टीम को एक अलग दिशा में लेकर गए. उन्होंने काफी आक्रामक अंदाज में क्रिकेट खेला जो काफी पॉजिटिव था. द्रविड़ ने आगे कहा कि भारत ने टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में बल्लेबाजी का नया तरीका तय कर दिया है. अब पूरी दुनिया उसकी नकल करने की कोशिश कर रही है.

भारत टी20 क्रिकेट बदल रहा है

द्रविड़ ने आगे कहा कि, “मुझे खुशी है कि हम उस दिशा में लगातार चलते रहे. अब भारत सचमुच टी20 क्रिकेट को बदल रहा है. भारत की टी20 बल्लेबाजी इस समय बहुत ऊंचे स्तर पर है. स्कोर 300 के करीब पहुंच रहा है. दुनिया के बाकी देश अब पीछे चल रहे हैं और भारत को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं. तीन-चार साल में सब देख रहे हैं कि भारत कितना आगे है. वे कहते हैं, ‘अरे यार, हमें भी ऐसा करना होगा.’ 

खिलाड़ी ही असली हीरो हैं

द्रविड़ ने यहां भारत के पॉजिटिव रवैये के लिए थोड़ा श्रेय लिया. लेकिन उन्होंने कहा कि सही तरीके से खेलना खिलाड़ियों की जिम्मेदारी है.“ये खिलाड़ी ही ऐसा करते हैं. मैं यह नहीं कहता कि मुझे कोई श्रेय नहीं मिलना चाहिए. लेकिन नेतृत्व कप्तान और खिलाड़ियों से आना चाहिए. उन्हें जोखिम लेना पड़ता है. हम उन्हें थोड़ा मोटिवेशन दे सकते हैं, लेकिन आखिर में वही मौके लेते हैं और रिस्क उठाते हैं.''

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