'जब उसने शतक लगाया तो...' योगराज सिंह ने बताया क्यों अर्जुन तेंदुलकर अब उनसे ट्रेनिंग नहीं लेते, बोले- युवी से कहा था...

अर्जुन तेंदुलकर कुछ समय पहले योगराज सिंह के पास क्रिकेट के गुर सीखने गए थे. वहा उन्होंने बॉलिंग और बैटिंग पर काम किया था. लेकिन अब अर्जुन तेंदुलकर उनसे ट्रेनिंग नहीं लेते.

Profile

SportsTak

अपडेट:

SportsTak Hindi

अर्जुन तेंदुलकर के साथ योगराज सिंह.

Highlights:

अर्जुन तेंदुलकर घरेलू क्रिकेट में गोवा की तरफ से खेल रहे हैं.

अर्जुन तेंदुलकर आईपीएल में मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं.

अर्जुन तेंदुलकर सितंबर 2022 में योगराज सिंह के पास ट्रेनिंग के लिए गए थे.

अर्जुन तेंदुलकर कुछ समय पहले योगराज सिंह के पास क्रिकेट के गुर सीखने गए थे. वहां उन्होंने बॉलिंग और बैटिंग पर काम किया था. लेकिन अब अर्जुन तेंदुलकर उनसे ट्रेनिंग नहीं लेते. इस बारे में युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने एक इंटरव्यू में बात की. उन्होंने बताया कि क्यों अर्जुन अब उनके पास सीखने के लिए नहीं आते हैं. अर्जुन 2022 में योगराज के पास ट्रेनिंग के लिए गए थे. उन्होंने 15 दिन तक उनके साथ काम किया था. इसके बाद अर्जुन ने रणजी ट्रॉफी में डेब्यू में शतक लगाया था. इसके जरिए उन्होंने पिता सचिन तेंदुलकर की बराबरी की थी. 

योगराज ने UNFILTERED by Samdish नाम के यूट्यूब चैनल से बात करते हुए अर्जुन के ट्रेनिंग नहीं करने पर कहा, 'सचिन का बेटा यहां पर 12 दिन के लिए आया और डेब्यू में शतक ठोक दिया. उसने डेब्यू में शतक लगाया और आईपीएल में वापस आया तो लोगों को लगा कि इसका (योगराज) नाम कहीं इसके साथ चिपक न जाए. लोग नाम चिपकने से बहुत डरते हैं.'

योगराज बोले- मैंने युवी से अर्जुन के बारे में की थी बात

 

अर्जुन आईपीएल में मुंबई इंडियंस का हिस्सा हैं. उन्हें यहां पर कुछेक मैच ही खेलने के मौके मिले हैं. घरेलू क्रिकेट में वह गोवा के लिए खेलते हैं. योगराज ने कहा कि उन्होंने युवराज सिंह के जरिए सचिन के पास मैसेज भेजने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा,

मैं क्या करूं. मैंने तो युवी से कहा कि सचिन से बोलो कि एक साल मेरे पास छोड़ दो. देखो क्या होता है. 

 

 

योगराज सिंह ने अर्जुन तेंदुलकर को क्यों दी थी ट्रेनिंग

 

योगराज ने दिसंबर 2022 में अर्जुन को ट्रेनिंग देने के बारे में कहा था कि सचिन की रिक्वेस्ट पर वे इस काम के लिए राजी हुए थे. उन्होंने कहा था, 'सितंबर के पहले सप्ताह में युवी का कॉल आया. उसने कहा, पापा, अर्जुन दो सप्ताह के लिए चंडीगढ़ में होगा और सचिन ने निवेदन किया है कि आप उसे ट्रेनिंग दो. मैं सचिन को ना कैसे कह सकता हूं. वह मेरे बड़े बेटे जैसा है. लेकिन एक शर्त है. मैंने युवी से कहा, तुम्हें मेरी ट्रेनिंग का तरीका पता है और मैं किसी की दखल नहीं चाहूंगा.'

 

    यह न्यूज़ भी देखें

    Share