पेरिस ओलिंपिक 2024 के ओपनिंग सेरेमनी से ठीक पहले कनाडा महिला फुटबॉल टीम पर गाज गिर गई है. कनाडा टीम के कोचिंग स्टाफ के दो सदस्यों को न्यूजीलैंड महिला फुटबॉल टीम की जासूसी करना भारी पड़ गया. कनाडा टीम के 43 साल के एनालिस्ट जॉय लोम्बार्डी को 8 महीने की सस्पेंड हिरासत की सजा मिली है. उन्होंने ड्रोन से सेंट-इटियेन में न्यूजीलैंड ट्रेनिंग सेशन की जासूसी करने का आरोप स्वीकार कर लिया है. उन्होंने सेंट-इटियेन में अदालत में पेशी के दौरान आरोप स्वीकार किया. कोचिंग स्टाफ को घर भेज दिया गया है.
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लोम्बार्डी के अलावा इस स्कैंडल में सहायक कोच जैस्मीन मैंडर भी शामिल थीं. इस घटना के बाद कनाडा टीम के मुख्य कोच बेव प्रीस्टमैन ने फैसला लिया है कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टोक्यो ओलिंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट कनाडा टीम के पहले मैच में वो शामिल नहीं होंगे. कनाडा की ओलिंपिक कमिटी (COC) ने कहा-
COC ने IOC और FIFA से संपर्क किया है. कनाडा सॉकर पूरी प्रक्रिया में पारदर्शी और सहयोगी रहा है, COC इस मामले पर रिव्यू जारी रखेगा और जरूरत पड़ने पर आगे एक्शन लेगा.
शिकायत के बाद हिरासत में लिया गया
यह निर्णय उस समय लिया गया है, जब फ्रांसीसी अधिकारियों ने न्यूजीलैंड की रणनीति पर जासूसी करने के लिए ड्रोन उड़ाने के आरोप में एक स्टाफ सदस्य को हिरासत में लिया था.
कनाडा और न्यूजीलैंड के बीच 25 जुलाई को मुकाबला खेला जाना है. इस मैच के लिए न्यूजीलैंड की टीम ट्रेनिंग सेशन में तैयारी कर रही थी. तभी उन्हें वहां पर एक ड्रोन उड़ता दिखा. जिसके बाद न्यूजीलैंड के इसकी शिकायत की.
जांच में पाया गया कि कनाडा टीम के एक स्टाफ ने ये हरकत की थी. न्यूजीलैंड ओलिंपिक एसोसिएशन ने बयान जारी करके बताया कि टीम के सहायक सदस्यों ने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी, जिसके बाद ड्रोन ऑपरेटर को हिरासत में ले लिया गया, जिसकी पहचान कनाडाई महिला फुटबॉल टीम के सहायक स्टाफ के रूप में हुई.
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