Paris Olympic, Hockey : पेरिस ओलिंपिक 2024 में भारतीय हॉकी टीम ने धमाल किया और लगातार दूसरे ओलिंपिक में कांस्य पदक पर कब्ज़ा जमाया. इस तरह 52 साल बाद ऐसा हुआ जब भारतीय हॉकी टीम ने लगातार दो ओलिंपिक गेम्स में दो मेडल अपने नाम किए. लेकिन भारतीय हॉकी टीम को सेमीफाइनल मैच से पहले एक बड़ा झटका लगा. जब डिफेंडर अमित रोहिदास को क्वार्टरफाइनल में रेड कार्ड मिला और जर्मनी के सामने सेमीफाइनल मैच से वह बाहर हो गये थे. रोहिदास ने अब कांस्य पदक जीतने के बाद रेड कार्ड को लेकर बड़ा बयान दिया.
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अमित रोहिदास ने क्या कहा ?
अमित रोहिदास जब ग्रेट ब्रिटेन के सामने खेल रहे थे. तभी उनकी हॉकी स्टिक ब्रिटेन के खिलाड़ी के सिर पर लगी. जिसके चलते रोहिदास को रेड कार्ड दिया गया और भारत को आधे से अधिक मैच 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा. इतना ही नहीं बाद में रोहिदास पर एक मैच का बैन लगा और वह जर्मनी के खिलाफ सेमीफाइनल मैच नहीं खेल सके थे.
रोहिदास ने अब रेड कार्ड और सेमीफाइनल मैच से बाहर रहने को लेकर कहा,
एक मैच का बैन लगना और सेमीफाइनल मैच से बाहर रहने का मुझे काफी मलाल है. वो काफी अहम मैच था. पूरा देश और मेरी टीम मेरे साथ थी. मेरी टीम ने मुझे कभी भावनात्मक रूप से बाहर नहेने होने दिया. मैं जानता हूं कि मैं किस दौर से गुजरा हूं. रात भर नींद नहीं आई थी और मैंने ये जानबूझकर नहीं किया गया था. रेफरी का फैसला तो खेल का हिस्सा था.
रोहिदास ने आगे कहा,
एक खिलाड़ी के कम होने के बावजूद पेनल्टी शूटआउट में जीत हासिल करना काफी गर्व की बात है. हमने अपने देशवासियों को दिखाया कि एक खिलाड़ी कम होने के बावजूद हम कैसे लड़ सकते हैं. 52 साल बाद हमने ऑस्ट्रेलिया को हराया, वो काफी शानदार लम्हा था.
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