इंग्लैंड में जारी साल के तीसरे विंबलडन ग्रैंडस्लैम (Wimbledon 2022) के क्वार्टरफाइनल में दिग्गज टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल (Rafel Nadal) का बुरा हाल हुआ. एक समय ऐसा लग रहा था कि वह मैच पूरा नहीं खेल सकेंगे और उनका सफर समाप्त हो जाएगा. उनके पिता भी दर्शक दीर्घा से हाथ हिलाकर उन्हें कोर्ट छोड़ने के लिए कह रहे थे लेकिन 22 बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन रफेल नडाल कहां हार मानने वालों में से हैं. पेट के दर्द से जूझते हुए उन्होंने 11वीं वरीयता प्राप्त टेलर फ्रिट्स को हराकर विंबलडन सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया. दर्द की वजह से अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं दिखे नडाल ने 3-6, 7-5, 3-6, 7-5, 7-6 से जीत दर्ज की.
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नडाल के पास इतिहास रचने का मौका
जीत के बाद नडाल ने कहा ,‘‘ एक क्षण के लिये मुझे लगा कि मैं मैच खत्म नहीं कर सकूंगा .’’ अब उनका सामना आस्ट्रेलिया के निक किर्गियोस से होगा जिन्होंने चिली के क्रिस्टियन गारिन को 6- 4, 6-3, 7-6 से हराया. वहीं दूसरे सेमीफाइनल में नोवाक जोकोविच की टक्कर कैम नॉरी से होगी. नडाल का इस जीत के साथ 2022 में अपराजेय अभियान 19-0 का हो गया. वह जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन और जून में फ्रेंच ओपन जीत चुके हैं. उन्होंने कभी सीजन के पहले तीन ग्रैंडस्लैम खिताब एक साथ नहीं जीते.
महिला सेमीफाइनल में 2019 की चैंपियन सिमोना हालेप का सामना एलेन राइबाकिना से होगा जबकि ओंस जबाउर की टक्कर ततयाना मारिया से होगी. हालेप ने अमांडा एनिसिमोवा को 6-2, 6-4 से हराया जबकि राइबाकिना ने एला टोमजानोविच को 4-6, 6-2, 6-3 से शिकस्त दी.
सेमीफाइनल में हारती सानिया
वहीं दूसरी तरफ भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने मिक्सड डबल्स सेमीफाइनल में गत चैम्पियन नील कुपस्की और डेसिरे क्रॉजिक से मिली हार के साथ विंबलडन से विदा ली . सानिया और क्रोएशिया के मेट पाविच की छठी वरीयता प्राप्त जोड़ी को ब्रिटेन के कुपस्की और अमेरिका की डेसिरे ने 4-6, 7-5, 6-4 से हराया. 35 वर्ष की सानिया छह ग्रैंडस्लैम खिताब जीत चुकी हैं जिनमें तीन मिक्सड डबल्स खिताब हैं हालांकि वह विंबलडन मिक्स्ड डबल्स कभी नहीं जीत सकी. उन्होंने 2009 आस्ट्रेलियाई ओपन और 2012 फ्रेंच ओपन महेश भूपति के साथ और 2014 अमेरिकी ओपन ब्राजील के ब्रूनो सुआरेस के साथ जीता था.
विंबलडन में सानिया का बेस्ट प्रदर्शन
सानिया का यह टूर पर आखिरी साल है. उन्होंने और पाविच ने पहला सेट जीतने के बाद दूसरे सेट में भी 4-2 की बढत बना ली थी लेकिन अगले छह में से पांच गेम हार गए. निर्णायक सेट में सानिया और पाविच ने अपने विरोधी की सर्विस तोड़ी लेकिन ज्यादा देर दबाव बनाकर नहीं रख सके. पाविच ने 12वें गेम में दो बार डबल फॉल्ट किए. विंबलडन में यह सानिया का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वह 2011, 2013 और 2015 में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी .उन्होंने विंबलडन में 2015 में मार्तिना हिंगिस के साथ महिला डबल्स खिताब जीता था.