भारतीय क्रिकेटर हनुमा विहारी ने रणजी ट्रॉफी 2023-24 सीजन में अपने साथ हुए बर्ताव का दर्द सार्वजनिक किया है. उन्होंने दावा किया कि एक राजनेता के क्रिकेटर बेटे की शिकायत पर उनसे कप्तानी छीन ली गई. इसके चलते उन्हें शर्मिंदगी महसूस हुई लेकिन वे खेल और टीम के सम्मान के चलते वे खेलते रहे. हनुमा ने अब कहा है कि वे आंध्र के लिए आगे कभी नहीं खेलेंगे. उन्होंने यह जानकारी आंध्र टीम के रणजी क्वार्टर फाइनल में मध्य प्रदेश के हाथों चार रन से हार के बाद सोशल मीडिया के जरिए दी. हनुमा ने इस मुकाबले की दूसरी पारी में 55 रन बनाते हुए टीम को जीत दिलाने की कोशिश की थी लेकिन कामयाबी नहीं मिली.
हनुमा विहारी ने क्या आरोप लगाए
हनुमा ने रणजी सीजन में बंगाल के खिलाफ मुकाबले में कप्तानी की थी. इसके बाद वे इस पद पर नहीं थे और रिकी भुई के पास कमान थी. भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हनुमा ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए इस सीजन में उन पर जो कुछ बीता उसकी जानकारी दी. उन्होंने लिखा,
हनुमा भारत के लिए खेल चुके हैं टेस्ट
हनुमा ने पिछले रणजी सीजन में मध्य प्रदेश के खिलाफ मुकाबले में दाएं हाथ में चोट लगने पर बाएं हाथ से बैटिंग की थी. इसके चलते उन्हें काफी तारीफ मिली थी. वे भारत के लिए 16 टेस्ट खेले हैं. हालांकि 2022 के बाद से वह टीम इंडिया से दूर हैं. वर्तमान रणजी सीजन में वह आंध्र के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज रहे. उन्होंने 522 रन बनाए. उनसे आगे रिकी भुई रहे जिन्होंने 902 रन बनाए.
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