बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने इशान किशन और श्रेयस अय्यर से सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट छीने जाने को लेकर अंदर की बात बताई है. उन्होंने कहा कि इन दोनों को सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट से बाहर करने का फैसला पूरी तरह से अकेले चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर का था. जय शाह ने 9 मई को मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी. किशन और अय्यर को घरेलू क्रिकेट नहीं खेलने पर कॉन्ट्रेक्ट से हटा दिया गया था. बीसीसीआई ने लगातार इन दोनों ने घरेलू क्रिकेट खेलने को कहा था. किशन नवंबर 2023 के बाद से ब्रेक पर चले गए थे. वहीं अय्यर इंजरी की वजह से रणजी ट्रॉफी में कुछ मैच नहीं खेले थे. हालांकि बाद में मुंबई के लिए सेमीफाइनल और फाइनल खेले थे.
जय शाह का कहना है कि भारतीय क्रिकेट में कोई ऐसा नहीं है जिसकी जगह भरी न जा सके. पुराने जाएंगे तो उनकी जगह नए आएंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि किशन और अय्यर को कॉन्ट्रेक्ट से बाहर करने में सेलेक्शन कमिटी की भूमिका थी. उन्होंने कहा,
आप संविधान देख सकते हैं. मैं केवल सेलेक्शन कमिटी में कन्वीनर हूं. वह फैसला पूरी तरह से अजीत अगरकर का होता है. इन दोनों खिलाड़ियों ने जब घरेलू क्रिकेट नहीं खेला तब उन्हें ड्रॉप करने का फैसला भी उन्होंने ही लिया. मेरा रोल केवल फैसले को लागू करने का होता है. और हमें संजू (सैमसन) जैसे नए खिलाड़ी मिल गए. कोई भी ऐसा नहीं है जिसे निकाला न जा सके.
हां, मैंने उनसे बात की. मीडिया ने खबर भी छापी है. यहां तक कि हार्दिक (पंड्या) ने कहा है कि अगर बीसीसीआई सोचेगी तो मैं विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताल अली ट्रॉफी खेलने को तैयार हूं. किसी भी खिलाड़ी को खेलना ही होगा. अगर वे नहीं चाहते तो भी खेलना होगा.
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