सचिन-द्रविड़ के नाम वाले लड़के ने इंग्लैंड का बजाया बाजा, वर्ल्ड कप डेब्यू में उड़ाया सैकड़ा, भारत से है स्पेशल रिश्ता

सचिन-द्रविड़ के नाम वाले लड़के ने इंग्लैंड का बजाया बाजा, वर्ल्ड कप डेब्यू में उड़ाया सैकड़ा, भारत से है स्पेशल रिश्ता
रचिन रवींद्र ने उड़ाया शतक. (Getty Images)

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रचिन रवींद्र न्यूजीलैंड की ओर से वर्ल्ड कप शतक ठोकने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बन गए.रचिन रवींद्र ने 82 गेंद में अपने वर्ल्ड कप डेब्यू में सैकड़ा ठोका.

न्यूजीलैंड के युवा खिलाड़ी रचिन रवींद्र ने वर्ल्ड कप 2023 के पहले ही मैच में धूम मचा दी. इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में इस बल्लेबाज ने शतक ठोका. रचिन ने अपने पहले ही वर्ल्ड कप मुकाबले में सैकड़ा बनाया जो 82 गेंद में बना. इसके जरिए वे न्यूजीलैंड की ओर से वर्ल्ड कप शतक ठोकने वाले सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बन गए. उन्होंने 23 साल 321 की दिन में यह कमाल किया. रचिन ने नाथन एस्टल का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 1996 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद में 24 साल 152 दिन की उम्र में शतक जमाया था. रचिन ने डेवॉन कॉनवे के साथ मिलकर दोहरी शतकीय साझेदारी की.

 

इन दोनों के बीच 273 रन की अटूट साझेदारी हुई. रवींद्र 96 गेंद में 11 चौकों व पांच छक्कों से नाबाद 123 रन की पारी खेली. कॉनवे ने 121 गेंद में 19 चौकों व तीन छक्कों से नाबाद 152 रन बनाए. इससे न्यूजीलैंड ने इंग्लैंड को नौ विकेट से रौंदकर अपने वर्ल्ड कप अभियान की धांसू शुरुआत की. इंग्लैंड ने पहले बैटिंग करते हुए नौ विकेट पर 282 रन बनाए थे. कीवी टीम ने लक्ष्य को 82 गेंद बाकी रहते ही हासिल कर लिया.

 

 

रचिन ने न्यूजीलैंड के लिए दो बार खेला अंडर 19 वर्ल्ड कप

 

उन्होंने वर्ल्ड कप वॉर्म अप मैच में पाकिस्तान के खिलाफ 97 रन की पारी खेली थी. तब उन्होंने पारी की शुरुआत की थी. इस तरह 23 साल के खिलाड़ी ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं. रचिन भारत से रिश्ता है. यह उनके माता-पिता की जन्मभूमि है. वे बचपन में हर साल पिता के साथ क्रिकेट खेलने के लिए भारत आते थे. इस तरह उन्हें यहां पिचों की भी जानकारी है. रचिन ने न्यूजीलैंड के लिए 2016 और 2018 में दो बार अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला है.

 

 

रचिन ने भारत में देखा था 2019 वर्ल्ड कप फाइनल

 

2019 वर्ल्ड कप फाइनल में जब न्यूजीलैंड को इंग्लैंड के खिलाफ हार मिली तब रचिन रवींद्र बेंगलुरु के एक पब में थे. वे टीम की हार से बुरी तरह निराश थे. तब 19 साल के रचिन अपने पिता के क्रिकेट क्लब के साथ भारत की सालाना यात्रा पर थे. उन्होंने बताया, 'यह गजब की कहानी थी. मेरे पिता हर साल एज लेवल के बच्चों को भारत लेकर जाते हैं और हम सीनियर ट्रिप पर बेंगलुरु में थे. हम स्टॉक एक्सचेंज बार में फाइनल देख रहे थे. मैंने पूरा फाइनल देखा. यह अविश्वसनीय था और खेल के उतार-चढ़ाव के चलते जबरदस्त अनुभव था. भारतीय समर्थक हमारे साथ थे जो काफी अच्छा था. यह ऐसा अनुभव था जो मैं भुला नही सकता.'

 

 

रचिन का नाम कैसे पड़ा?

 

रचिन का नाम सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ के शुरुआती नामों को मिलाकर रखा गया. उनके माता-पिता इन दोनों के फैंस थे. ऐसे में राहुल से रा लिया गया तो सचिन से चिन और बन गया रचिन. रचिन मुख्य तौर पर बल्लेबाज हैं जो बाएं हाथ से स्पिन बॉलिंग करा लेते हैं. उनका जन्म न्यूजीलैंड की राजधानी वेलिंग्टन में हुआ. लेकिन उनके माता-पिता कर्नाटक से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता बेंगलुरु में क्लब लेवल के क्रिकेटर रहे हैं. बाद में वे काम के सिलसिले में न्यूजीलैंड गए और वहीं जम गए. रचिन ने दो साल पहले भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था. इस बारे में उन्होंने कहा, 'टेस्ट डेब्यू को देखा जाए तो वह स्पेशल और भावुक समय था. भारत में खेलना, खेल को लेकर दीवानगी और उसे महसूस करना खास था. मेरे माता-पिता बेंगलुरु से हैं और यहां वर्ल्ड कप खेलना शानदार है.'

 

उनका कहना था कि भारत में खेलने का अनुभव होने से उन्हें वर्ल्ड कप में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, 'मेरे बचपन के दिनों में भारत के दौरों का आभारी हूं. स्पिन खेलना मददगार होता है. यहां के हालात काफी अलग हैं. इस वर्ल्ड कप से पहले मैं हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और उत्तर भारत में खेल चुका हूं.' 

 

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