रोहित शर्मा की अगुआई में भारतीय टीम अगले महीने वेस्टइंडीज और अमेरिका की मेजबानी में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में चुनौती पेश करेगी. रोहित दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की कप्तानी करेंगे और इस बार उनकी नजर ट्रॉफी के सूखे को खत्म करने पर है. टीम इंडिया की नजर भी भारत के सबसे सफल टी20 कप्तानी की अगुआई में सालों का इंतजार खत्म करने पर है. साल 2021 टी20 वर्ल्ड कप के बाद रोहित ने विराट कोहली को बतौर कप्तान रिप्लेस किया. हालांकि बतौर टी20 कप्तान उनका डेब्यू तो साल 2017 में ही हो गया था. तब से उन्होंने 54 टी20 मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की.
रोहित की कप्तानी में भारत ने 41 मैच जीते, जबकि 12 गंवाए . वहीं एक मैच टाई रहा. उनका जीत का प्रतिशत 75.92 है, जो इस फॉर्मेट में अन्य किसी भारतीय कप्तान की तुलना में काफी है ( बतौर कप्तान कम से कम पांच मैच). भारत को अपनी कप्तानी में इतिहास का पहला टी20 जितवाने वाले एमएस धोनी का जीत का प्रतिशत 59.28 है. उन्होंने 72 मैचों में टीम की कप्तानी की. वहीं 50 मैचों में विराट कोहली का जीत का प्रतिशत 64.58 का रहा.
टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंची टीम इंडिया
टी20 में रोहित की वापसी
हालांकि टी20 वर्ल्ड कप 2022 के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद रोहित इस फॉर्मेट से दूर हो गए थे और उन्होंने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और वनडे वर्ल्ड कप 2023 पर अपना ध्यान लगाया. भारत को वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. रोहित ने अफगानिस्तान के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज से इस फॉर्मेट में वापसी की. भारत टी20 वर्ल्ड कप में अपने अभियान का आगाज 5 जून को आयरलैंड के खिलाफ करेगा. इस दौरान उनके पास इतिहास रचने का मौका है. रोहित इस टूर्नामेंट में 1000 रन पूरे करने से महज 37 रन दूर हैं. वो इस टूर्नामेंट के इतिहास में 1000 रन पूरे वाले तीसरे बल्लेबाज बन सकते हैं.
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