ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले से पहले करिश्माई बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने बताया है कि भारतीय बल्लेबाजों को स्पिन की मददगार पिचों पर कैसे खेलना चाहिए. उन्होंने बेंगलुरु में अपने आखिरी टेस्ट में पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई पारी से मिले सबक बताए हैं. तब सुनील गावस्कर ने 96 रन की पारी खेली थी. भारत के पूर्व कप्तान ने कहा कि इंदौर टेस्ट के दौरान भारत के बल्लेबाजों ने बॉटम हैंड (पीछे वाला हाथ) का ज्यादा उपयोग किया. ऐसा करने से डिफेंड करना मुश्किल हो जाता है और बल्लेबाज फंस जाते हैं. इंदौर टेस्ट के दौरान अक्षर पटेल और श्रेयस अय्यर को छोड़कर बाकी सभी भारतीय बल्लेबाजों ने यह गलती की.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) में अभी तक भारतीय बल्लेबाजों का खेल स्पिनर्स के सामने खराब रहा है. ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स ने उन्हें काफी तंग किया है. अहमदाबाद टेस्ट भारत के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पहुंचने के लिहाज से काफी अहम है. इसमें जीतने पर उसे फाइनल का टिकट मिल जाएगा. इसके लिए उसे स्पिनर्स के सामने खेल सुधारना होगा.
गावस्कर ने क्या टिप्स दिए
गावस्कर ने अपने आखिरी टेस्ट के दौरान बल्ले को थोड़ा ऊपर से पकड़ा था. इस बारे में उन्होंने बताया, 'जावेद मियांदाद सिली पॉइंट पर थे और कैच पकड़ने को तैयार थे. इस तरह की पिचों पर थोड़े ऊपर से ग्रिप करना सही रहता है. जब आप ड्राइव करते हैं गेंद हवा में कम जाती है. जब डिफेंड करते हैं तो हाथ को काफी नीचे ले जा सकते हैं.'
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने गावस्कर के बताए तरीके के हिसाब से ही इंदौर में बैटिंग की. मार्नस लाबुशेन और ट्रेविस हेड ने इंदौर में स्नीप के बजाए टॉप हैंड का इस्तेमाल ज्यादा किया. कुछ हद तक ऐसा ही कैमरन ग्रीन और पीटर हैंडस्कॉम्ब ने किया.
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