भारत के हाथों पर्थ टेस्ट 295 रन से गंवाने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम पांच मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ चुकी है. एडिलेड टेस्ट में टीम की नजर सीरीज में वापसी करने पर है, मगर ऑस्ट्रेलिया के लिए ये इतना आसान नहीं होगा, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज भारतीय अटैक के सामने जूझ रहे हैं. पिंक बॉल टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम को दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने जीत की चाबी दी थी, मगर उस चाबी को घुमाने के लिए टीम को रिस्क लेना होगा.
गिलक्रिस्ट का मानना है कि जोखिम लेकर ही टीम जीत सकती है. उन्होंने रन बनाने के लिए जूझ रहे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को सलाह दी है कि वे यहां पिंक बॉल से खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह की अगुआई वाले भारतीय गेंदबाजी अटैक के खतरे को कम करने के लिए अधिक समय तक क्रीज पर टिके रहें. उन्होंने खराब फॉर्म से जूझ रहे मार्नस लाबुशेन को टीम में बनाए रखने का भी समर्थन किया.
लाबुशेन का किया सपोर्ट
स्टीव स्मिथ और लाबुशेन सहित ऑस्ट्रेलिया के अहम बल्लेबाज पहले टेस्ट में नहीं चल पाए थे. दोनों टीमों के बीच दूसरा डे नाइट टेस्ट शुक्रवार से खेला जाएगा. नाइन्स वाइड वर्ल्ड ऑफ स्पोर्ट्स के अनुसार गिलक्रिस्ट ने कहा-
मार्नस लाबुशेन पर ऐसा करने (क्रीज पर टिके रहने) की जिम्मेदारी थी और उन्होंने 50 से अधिक गेंदों का सामना करके अच्छी कोशिश की थी. अगर आप टेस्ट पारी में 50 से अधिक गेंदों का सामना करते हैं तो आप सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा- रन बनाने का तरीका नहीं ढूंढ पाए और शायद ऑस्ट्रेलिया के सभी खिलाड़ी अब सामूहिक रूप से ऐसी कोशिश करना चाहेंगे. इससे जोखिम पैदा होगा, लेकिन जोखिम लेकर ही आप सफल हो सकते हैं.
लाबुशेन पिछले कुछ समय से रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं, लेकिन गिलक्रिस्ट ने उन्हें टीम में बनाए रखने का समर्थन किया. उन्होंने कहा -
उन्हें यह याद दिलाने की जरूरत है कि वह बेहद शानदार बल्लेबाज हैं. मुझे यकीन है कि उनके आस-पास के लोग पहले से ही ऐसा कर रहे होंगे. उन्हें अपने अभ्यास पर भरोसा करना होगा.
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