पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले बाबर आजम को फिर से कप्तान बनाने की तैयारी कर रहा है. बीते दिनों ऐसी रिपोर्ट आई थी कि शाहीन शाह अफरीदी की टी20 कप्तानी खतरे में है. शाहीन को रिप्लेस करने वालों में शुरू में तो मोहम्मद रिजवान का नाम चल रहा था. बाबर आजम भी कप्तानी की रेस में थे, मगर अब हालिया घटनाक्रम ने बाबर को एक बार फिर कप्तानी के लिए सबसे बड़ा दावेदार बना दिया है. पीसीबी अधिकारी उन्हें कप्तानी सौंपने के अपने फैसले को आखिरी रूप देने के करीब हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि शान मसूद और शाहीन से बोर्ड का भरोसा उठ गया है. पिछले साल भारत में हुए वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान टीम के खराब प्रदर्शन के बाद बाबर आजम के कप्तानी से हटने के बाद शान मसूद को टेस्ट और शाहीन को टी20 टीम का कप्तान बनाया गया था. बोर्ड के सोर्स का कहना है कि पीसीबी कोई विकल्प ना होने के कारण इस नतीजे पर पहुंचा कि बाबर को फिर से टीम की कप्तानी देना ही सबसे अच्छा विकल्प है.
पीसीबी चेयरमैन से आश्वासन चाहते हैं बाबर आजम
सोर्स का कहना है कि बाबर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से कुछ आश्वासन चाहते हैं. फिर से कप्तानी संभालने को लेकर जब बाबर के मन को टटोलने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ आशंकाएं जताई. जका अशरफ जब बोर्ड के चेयरमैन थे तो वर्ल्ड कप के तुरंत बाद बाबर आजम को सीमित ओवर फॉर्मेट में टीम की कप्तानी से हटा दिया गया था. इसके बाद उन्होंने टेस्ट की भी कप्तानी छोड़ दी थी.
चेयरमैन बदलने से अफरीदी पर गिरी गाज!
बाबर साल 2020 से तीनों फॉर्मेट के कप्तान थे, मगर एशिया कप और वर्ल्ड कप में टीम के खराब प्रदर्शन के कारण उनकी कप्तानी पर गाज गिर गई. सोर्स का कहना है जका अशरफ के समय में शाहीन को टी20 कप्तान के रूप पाकिस्तान क्रिकेट को बचाने वाले के रूप में देखा जाता था, क्योंकि उन्होंने पाकिस्तान सुपर लीग में लाहौर कलंदर्स के लिए दो फाइनल जीते थे, मगर अब ऐसा नजर आ रहा है कि बोर्ड की सत्ता में बदलने के बाद बहुत जल्दी उनका समर्थन खत्म हो गया. शाहीन ने ना केवल बतौर कप्तान न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी पहली टी20 सीरीज 1-4 से गंवाई, बल्कि इस साल पीएसएल में उनकी टीम कलंदर्स भी पॉइंट टेबल में सबसे आखिरी स्थान पर रही थी.
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