Shikhar Dhawan Nickname: शिखर धवन को क्यों कहा जाता है 'गब्बर', सिली पाइंट में फील्डिंग से है स्पेशल कनेक्शन

Shikhar Dhawan Nickname: शिखर धवन को क्यों कहा जाता है 'गब्बर', सिली पाइंट में फील्डिंग से है स्पेशल कनेक्शन
शतक ठोकने के बाद शिखर धवन का जश्न

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Shikhar Dhawan Nickname: शिखर धवन को वर्ल्ड क्रिकेट में गब्बर के नाम से जाना जाता हैShikhar Dhawan Nickname: सिली पाइंट पर फील्डिंग के चलते धवन अक्सर शोले का डायलॉग बोलते थे और इसलिए उनका नाम गब्बर पड़ गया

टीम इंडिया के लेफ्ट हैंडेड ओपनिंग बैटर शिखर धवन के लिए फिलहाल कुछ अच्छा नहीं चल रहा है. धवन टीम इंडिया से तो बाहर चल ही रहे हैं. वहीं आईपीएल 2024 सीजन के बीच में ही चोट के चलते धवन को पंजाब के मैच मिस करने पड़े. इसके अलावा धवन का चयन न तो वनडे वर्ल्ड कप 2024 में हुआ और न ही टी20 वर्ल्ड कप 2024. वहीं धवन अब अपनी पत्नी के साथ भी नहीं रहते हैं. लेकिन धवन एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अब तक हार नहीं मानी है और लगातार मेहनत कर रहे हैं. धोनी को अभी भी यकीन है कि उनकी टीम इंडिया के भीतर वापसी हो सकती है.  साल 2004 में अंडर19 वर्ल्ड कप में 505 रन और 3 शतक बनाने वाला बल्लेबाज अब टीम में जगह की तलाश कर रहा है.

लेकिन इस बीच धवन का मैदान पर जश्न मनाने का तरीका कोई भूल नहीं सकता. धवन अक्सर कैच या शतक लगाने के बाद अपने मूंछों को ताव देते हैं और जांघ पर हाथ मारकर जश्न मनाते हैं. वहीं धवन का निकनेम गब्बर है. धवन को मैदान पर गब्बर के नाम से जाना जाता है. लेकिन ये नाम कहां से आया और किसने धवन को गब्बर नाम दिया. चलिए जानते हैं धवन के निकनेम के पीछे की कहानी.

कैसे पड़ा 'गब्बर' नाम

 

शिखर धवन का करियर

 

धवन को साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार वनडे क्रिकेट में खेलने का मौका मिला. हालांकि, धवन अपने डेब्यू पर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए. शिखर को 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही मोहाली में टेस्ट कैप भी थमा दी गई और धवन ने इस मौके को दोनों हाथों से लपक लिया. डेब्यू पर मात्र 85 गेंदों पर शतक जड़ धवन ने इतिहास रच दिया और पहली ही पारी में 187 रन बना डाले.  अबतक खेले 167 वनडे मैचों में धवन के बल्ले से 44.11 की औसत से 6793 रन निकले हैं, जिनमें 17 शतकों के साथ 39 अर्धशतक भी शामिल हैं. 2015  के वनडे विश्व कप में धवन ने भारत के लिए सबसे ज्यादा 412 रन बनाए थे. उन्होंने टेस्ट में 34 मैच खेले, जिसमें 40 की औसत से 2315 रन बनाए. इसमें 7 शतक भी शामिल हैं. धवन ने अपने टी-20 इंटरनेशनल करियर में 68 मैच खेले हैं, जिनमें 126.3 की स्ट्राइक रेट से 1759 रन बनाए हैं, जिसमें 11 बार उन्होंने 50 के आंकड़े को पार किया है.

 

आखिर क्यों हुए टीम से बाहर?

 

लगभग छह साल तक सलामी बल्लेबाजी के लिए पहला विकल्प रहने वाले धवन को अब भारतीय टीम से नजरअंदाज कर दिया गया है. धवन ने भारतीय टीम के लिए आखरी टेस्ट 2018, आखरी टी-20 2021, और आखरी वनडे 2022 को खेला था. इसका सबसे बड़ा कारण रहा उनकी खारब फार्म और फिटनेस. चोट से वापसी करने के बाद उन्हें भारतीय टीम में कम मौके मिले. मौके मिलने के बाद भी उनकी बैटिंग स्ट्राइक रेट टीम के लिए चिंता का विषय थी. धवन अपनी पारी को बड़े स्कोर में कन्वर्ट नहीं कर पा रहे थे जिसके बाद उनकी जगह पर खतरा मंडरा रहा था. मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा की गैर मौजूदगी में धवन को भारतीय टीम का कप्तान भी बनाया गया लेकिन उनका प्रदर्शन साधारण रहा.

 

कब खेला आखिरी मैच

 

शिखर धवन से अपना आखिरी टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ 2018 में खेला. वहीं धवन ने अपना आखिरी टी-20 इंटरनेशनल मैच 2021 में श्रीलंका के खिलाफ खेला, जहां वो बतौर कप्तान खेले थे. उस मैच में धवन पहली बॉल पर 0 के स्कोर पर आउट हो गए थे.


वनडे में धवन ने अपना आखिरी मैच बांग्लादेश के खिलाफ 2022 में खेला था. इस मैच में धवन ने सिर्फ 3 रन बनाए थे.
 

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