Yashasvi Jaiswal: 20 साल की उम्र में कौन सुनता है...क्यों सुनील गावस्कर ने यशस्वी जायसवाल को लगाई थी फटकार, पूर्व क्रिकेटर ने खोले राज

Yashasvi Jaiswal: 20 साल की उम्र में कौन सुनता है...क्यों सुनील गावस्कर ने यशस्वी जायसवाल को लगाई थी फटकार, पूर्व क्रिकेटर ने खोले राज
यशस्वी जायसवाल और सुनील गावस्कर

Highlights:

Yashasvi Jaiswal: यशस्वी जायसवाल को सुनील गावस्कर ने फटकार लगाई थी

Yashasvi Jaiswal: सुनील गावस्कर ने कहा था उन्हें अपनी छोटी पारी को बड़ी पारी में बदलना होगा

यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान नया इतिहास बनाया और वो द्विपक्षीय सीरीज में 700 रन बनाने वाले दूसरे भारतीय क्रिकेटर बने थे. सुनील गावस्कर पहले नंबर पर हैं. ऐसे में जायसवाल के लिए उनके करियर की ये बड़ी उपलब्धि है. गावस्कर ने ये कमाल साल 1971 में अपने डेब्यू सीरीज में किया था. इस बल्लेबाज के नाम एक द्विपक्षीय सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है जो 774 रन का है.

 

गावस्कर ने एक बार नहीं बल्कि दो बार ये कमाल किया है. साल 1987/89 में भी इस बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में 732 रन ठोके. वहीं जायसवाल ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खत्म हुई सीरीज में 712 रन ठोके जिसमें उनके नाम दो दोहरे शतक और तीन 50 प्लस स्कोर का रिकॉर्ड है.

 

जायसवाल से खुश नहीं थे गावस्कर


जायसवाल को लेकर गावस्कर ने कहा कि टीम इंडिया जब साउथ अफ्रीका के दौरे पर थी तब मैं जायसवाल से खुश नहीं था. वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले साल दूसरे टेस्ट की शुरुआत में जायसवाल अच्छी शुरुआत के बावजूद भी कुछ खास नहीं कर पाए थे. लेकिन इसके बाद गावस्कर उस वक्त खुश हो गए जब जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ कमाल का प्रदर्शन किया.

 

लिफ्ट में मेरी जायसवाल से बात हुई थी: गावस्कर

 

हिंदुस्तान टाइम्स से खास बातचीत में गावस्कर ने कहा कि मुझे काफी खुशी हो रही है कि जायसवाल ने इतने सारे रन बनाए और अच्छे से गेंदबाजों को अटैक किया. साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट के दौरान मेरी उनसे लिफ्ट में बात हुई थी. ऐसे में मैंने उनसे कहा था कि तुमने 50 प्लस स्कोर बनाने के बाद आसानी से अपना विकेट फेंक देते हो.  इसके बाद मैंने उनसे ये भी कहा था कि गेंदबाजों को इस तरह से आसानी से कभी अपना विकेट मत देना.

 

गावस्कर ने आगे कहा कि अच्छा हुआ उन्होंने मेरी बात मानी और फिर इंग्लैंड के खिलाफ दो दोहरे शतक ठोके. इसके अलावा उन्होंने तीन 50 प्लस स्कोर भी बनाए और भूल गए कि उनसे मैंने क्या कहा था. लेकिन 20 साल की उम्र में आखिर कौन सुनता है. उम्मीद है कि वो और ऊंचाईयों पर पहुंचेंगे और ये नहीं भूलेंगे कि वो आज जहां तक पहुंचे हैं वो सिर्फ भारतीय क्रिकेट की बदौलत ही है. बता दें कि जायसवाल ने अपना टेस्ट डेब्यू वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था और डेब्यू पर शतक ठोका था. इस बल्लेबाज ने 171 रन बनाए थे जो किसी भारतीय खिलाड़ी के जरिए टेस्ट डेब्यू के मौके पर तीसरा सर्वोच्च स्कोर है.

 

ये भी पढ़ें:

अजिंक्य रहाणे ने भविष्य को लेकर कह दी बड़ी बात, रणजी ट्रॉफी जीतते ही बरस पड़े, कहा-लोगों को समझना चाहिए कि...

Ranji Trophy जीतते ही भारतीय क्रिकेटर ने लिया संन्यास, आखिरी गेंद पर विकेट के साथ करियर खत्म, इंग्लैंड के खिलाफ किया था डेब्यू

Ranji Trophy: मुंबई रिकॉर्ड 42वीं बार रणजी चैंपियन, अजिंक्‍य रहाणे की टीम ने विदर्भ को 169 रन से हराकर 8 साल का सूखा किया खत्म