बीते दिनों दिल्ली स्टेट मीट (Delhi State mee) में 100 मीटर इवेंट के फाइनल में अकेले दौड़कर सुर्खियां बटोरने वाला एथलीट भी डोप टेस्ट में फेल हो गया है. दरअसल सितंबर के हुई चैंपियनशिप में 100 मीटर के फाइनल के दौरान नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी के अधिकारियों को देखकर बाकी के खिलाड़ी डर गए थे और वो फाइनल के लिए ट्रैक पर नहीं पहुंचे. ऐसे में फाइनल में सिर्फ एक ही खिलाड़ी दौड़ा. अब वो भी डोप टेस्ट में फेल हो गया हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार एथलीट का एनाबॉलिक स्टेरॉयड ड्रोस्टानोलोन मेटाबोलाइट का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया, इसका यूज अक्सर ताकत बढ़ाने और फैट को कम करने के लिए किया जाता है. उस एथलीट का टेस्ट भी 100 मीटर के फाइनल वाले दिन ही किया गया था. हालांकि खिलाड़ी ने किसी भी तरह के प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाई लेने से इनकार किया है और एथलीट का मानना है कि उन्हें फंसाया गया है.
एथलीट का कहना है-
अगर मैंने डोप किया होता तो मैं भी फाइनल में नहीं आता. मैंने कभी भी किसी तरह का कोई ड्रग नहीं लिया. मुझे लगता है कि कुछ कोच मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे हैं.
एथलीट का कहना है कि वो बी सैंपल के टेस्ट के लिए नाडा में अपील नहीं करेंगे, क्योंकि उनके पास टेस्ट फीस के लिए पैसे नहीं है. एथलीट ने दावा करते हुए कहा-
मैं नाडा ऑफिस गया था और मुझे बताया गया कि मुझे अपने बी सैंपल के टेस्ट के लिए 16,500 रुपये का भुगतान करना होगा. मेरा करियर शुरू होने से पहले ही बर्बाद हो गया. अपील करने के लिए मुझे किसी तरह सबूत ढूंढना होगा और मेरे पास अभी कुछ नहीं है. मैंने प्रोटीन सप्लीमेंट लिया और शायद वे खराब थे.