टूर्नामेंट के दौरान यूरिन सैंपल टेस्ट भारतीय ग्रैंडमास्टर निहाल सरीन (Nihal Sarin) के लिए सिरदर्द बन गया. ये टेस्ट उनके लिए किसी डरावने सपने से कम नहीं था. उन्हें इस टेस्ट के लिए तीन घंटे इंतजार करना पड़ा और उन्होंने एक या दो बार नहीं, कुल तीन बार इस टेस्ट के लिए यूरिन सैंपल दिए. निहाल सरीन ने उज्बेकिस्तान में वर्ल्ड रैपिड चैंपियनशिप में अपने आखिरी गेम के बाद चेस खिलाड़ियों का एंटी डोप टेस्ट करने के इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) के कदम पर सवाल खड़े किए हैं.
इस टेस्ट की वजह से उन्हें भी काफी परेशान होना पड़ा. बीते दिनों उन्हें तीन घंटे के अंदर आयोजकों को तीन बार अपना यूरिन सैंपल देना पड़ा. पहले दो सैंपल पतला होने की वजह से उन्हें तीसरी बार सैंपल देने से पहले भोजन करना पड़ा और काफी पानी पीना पड़ा. जिसे नॉर्मल माना गया, मगर इस वजह से वो आधी रात तक काफी थक चुके थे.
FIDE पर सवाल
इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकाली. निहाल ने अपने सोशल मीडिया पर अकाउंट पर लिखा कि क्या कोई ऐसी दवा है, जो उन्हें अनफेयर एडवांटेज देकर टॉप प्लेयर के मुकाबले उनके खेल को बेहतर बना सकती है. यदि हां तो उन्हें लगता कि ड्रग टेस्ट का कोई मतलब है, मगर उन्हें नहीं लगता कि ऐसी कोई चीज है.
निहाल का प्रदर्शन
निहाल ने फिडे पर एक और सवाल दागते हुए पूछा कि क्या FIDE ने एंटी डोप टेस्ट के इतिहास में कभी किसी को यूरिन सैंपल्स के इस्तेमाल से डोपिंग को पकड़ा है. चैंपियनशिप के निहाल के प्रदर्शन की बात करें तो वो 13 राउंड्स के बाद 8.0 पॉइंट्स के साथ 36वें स्थान पर रहे.