भारत के पार्थ सालुंखे ने रचा इतिहास, यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में रिकर्व कैटेगरी का गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बने

भारत के पार्थ सालुंखे ने रचा इतिहास, यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में रिकर्व कैटेगरी का गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बने

पार्थ सालुंखे (Parth Salunkhe) युवा विश्व चैंपियनशिप के रिकर्व वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले पुरुष तीरंदाज बने. इससे भारत ने अपने अभियान को 11 पदकों के साथ समाप्त किया. युवा विश्व चैम्पियनशिप में यह देश का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. महाराष्ट्र के सतारा के 19 साल के खिलाड़ी ने रविवार (9 जुलाई) को अंडर-21 पुरुष रिकर्व व्यक्तिगत फाइनल में  कोरिया के तीरंदाज को हराकर सोने का तमगा हासिल किया. रैंकिंग राउंड में शीर्ष पर रहने वाले सालुंखे ने सातवीं वरीयता प्राप्त सोंग इंजुन को पांच सेट के कड़े मुकाबले में 7-3 (26-26, 25-28, 28-26, 29-26, 28-26) से हराया.

 

भारत ने अंडर-21 महिला रिकर्व व्यक्तिगत वर्ग में भी कांस्य पदक जीता. कांस्य पदक मुकाबले में भाजा कौर ने चीनी ताइपे की सु सीन-यू को 7-1 (28-25, 27-27, 29-25, 30-26) से हराया. भारत का अभियान छह स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक के साथ समाप्त हुआ, जो कुल पदकों की संख्या के मामले में सर्वोच्च था. टीम हालांकि रैंकिंग के मामले में कोरिया के बाद दूसरे स्थान पर रही. कोरिया ने छह स्वर्ण और चार रजत पदक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया.

 

 

इंजुन ने पहले छह तीर से दो परफेक्ट 10 और तीन 9 अंक वाले निशाना साधा जिससे सालुंखे 1-3 से पिछड़ गए. इस पहले राष्ट्रीय चैंपियन ने दबाव से वापसी करते हुए तीसरा सेट दो अंकों से जीत कर स्कोर 3-3 कर दिया. सांलुखे ने इसके बाद अपनी लय बरकरार रखी जबकि इंजुन पर दबाव में बिखर गये. सालुंखे ने 10 अंक के दो और एक 9 अंक का एक निशान साध कर 5-3 की बढ़त हासिल कर ली और फिर दो एक्स ( निशाने के बिलकुल बीच में) के साथ शानदार अंत किया.

 

शिक्षक के बेटे सालुंखे की प्रतिभा को पहली बार 2021 में कोच प्रवीण सावंत ने पहचाना था. सावंत कोरोना आने से पहले भारत के इकलौते युवा विश्व चैंपियन थे. सालुंखे ने इसके बाद सोनीपत में भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र में राम अवदेश से प्रशिक्षण लिया. वह युवा विश्व चैंपियन बनने वाले भारत के पहले पुरुष तीरंदाज है.

 

यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड लाने वाले पार्थ छठे भारतीय

 

महिलाओं में दीपिका कुमारी रिकर्व सेक्शन में केडेट और यूथ वर्ल्ड चैंपियन रही हैं. उन्होंने यह कामयाबी 2009 और 2011 में हासिल की थी बाद में 2019 और 2021 में झारखंड की कोमालिका बारी ने इस कमाल को दोहराया. कुल मिलाकर सालुंखे छठे भारतीय तीरंदाज है जिन्होंने यूथ चैंपियनशिप में पहला स्थान पाया है. कंपाउंड वर्ग में 2006 में पलटन हंसदा और अदिति स्वामी व प्रियांश ने पहला स्थान हासिल किया था. 
 

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