भारत की उभरती बैडमिंटन स्टार उन्नति हुड्डा का चाइना ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट में शानदार सफर शुक्रवार को समाप्त हो गया है. क्वार्टर फाइनल में दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी जापान की अकाने यामागुची ने हुड्डा को सीधे गेम में हराकर बाहर का रास्ता दिखाया.
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लय बरकरार नहीं रख पाई हुड्डा
पहले गेम में हुड्डा ने यामागुची को बराबर की टक्कर दी, लेकिन वह अपनी लय बरकरार नहीं रख पाई और जापान की खिलाड़ी ने लगातार पांच अंक बनाकर यह गेम अपने नाम कर दिया. इस गेम में हुड्डा का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन लगातार तीन अंक लेना था. दूसरे गेम में भी यही कहानी दोहराई गई. भारतीय खिलाड़ी ने बीच में थोड़ी देर के लिए चुनौती पेश की और लगातार चार अंक हासिल किए लेकिन यामागुची ने लगातार छह अंक बनाकर दूसरा गेम 21-12 से अपने नाम करके सेमीफाइनल में जगह बनाई. भारत की उम्मीद अब सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की पुरुष युगल जोड़ी पर टिकी है जो क्वार्टर फाइनल में मलेशिया के यू सिन ओंग और ई यी तेओ का सामना करेगी.
17 साल की हुड्डा ने सिंधु को हराकर अपने करियर का सबसे बड़ा उलटफेर किया था. उन्होंने 73 मिनट तक चले मुकाबले में 21-16, 19-21, 21-13 से जीत दर्ज की. वह पहली बार किसी सुपर 1000 प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में पहुंची है. सिंधु सात साल में पहली बार किसी इंटरनेशनल टूर्नामेंट में किसी साथी भारतीय से हारी थी. इससे पहले उन्हें 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में सायना नेहवाल से हार का सामना करना पड़ा था. वह 2019 राष्ट्रीय चैंपियनशिप के फाइनल में भी सायना से ही हार गई थीं.