भारत और पाकिस्तान (Indian vs Pakistan Football) के बीच कोई भी मैच नाटकीयता के बिना पूरा नहीं होता. सैफ चैम्पियनशिप (Saff Championship 2023)के दौरान दोनों टीमों के बीच श्री कांतीर्वा स्टेडियम पर बुधवार (21 जून) को हुए मैच में भी तनाव कम नहीं था. मुकाबले के दौरान भारतीय टीम के कोच इगोर स्टिमक की गलती के चलते काफी हंगामा हुआ और काफी देर तक मैच रुका रहा. दोनों टीमों के खिलाड़ी आमने-सामने हो गए. इसके बाद मैच रेफरी ने एक रेड कार्ड और चार यलो कार्ड दिए. इस मैच को भारत ने कप्तान सुनील छेत्री की हैट्रिक की मदद से 4-0 से हराया. इसके साथ ही छेत्री अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सर्वाधिक गोल करने वाले दूसरे एशियाई खिलाड़ी बन गए. ईरान के अल देइ के 149 मैचों में 109 गोल हैं जबकि छेत्री के अब 90 गोल हो गए हैं. 38 साल के छेत्री ने सीनियर टीम के लिए डेब्यू करने के बाद पहला गोल पाकिस्तान के खिलाफ 12 जून 2005 को दागा था.
बारिश के बीच खेले गए पहले हाफ में सुनील छेत्री के दो गोल के दम पर भारत ने 2-0 से बढ़त बना ली लेकिन भारत के कोच इगोर स्टिमक की एक गलती ने तनाव बढ़ा दिया. बेहद अनुभवी कोच स्टिमक ने उस समय दखल दिया जब पाकिस्तान के अब्दुल्ला इकबाल थ्रो इन की तैयारी में थे. स्टिमक ने खिलाड़ी से गेंद रोकने की कोशिश की जिसकी पाकिस्तानी खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ ने निंदा की. रैफरी प्राज्वल छेत्री और अन्य मैच अधिकारियों को दोनों पक्षों को अलग करने के लिए दखल देना पड़ा. इसके बाद स्टिमक को लाल कार्ड दिखाया गया क्योंकि फुटबॉल के नियमों के तहत विरोधी खिलाड़ी की कार्रवाई में जान बूझकर बाधा पहुंचाने पर यही सजा है. इसके बाद पूरे मैच में स्टिमक वहां खड़े नहीं रह सके और महेश गवली ने यह काम संभाला.
किन खिलाड़ियों को मिले यलो कार्ड
भारत और पाकिस्तान टीमों के कुछ खिलाड़ियों को भी बवाल के दौरान आक्रामक रुख दिखाने के चलते पीला कार्ड दिखाया गया. इसके तहत भारत के संदेश झींगन, पाकिस्तान के रहीस नबी और मोहम्मद उमर हयात को यलो कार्ड दिखाया गया. पाकिस्तान के मैनेजर को भी भारतीय खिलाड़ी को धक्का देने पर यलो कार्ड दिया गया.
श्री कांतीर्वा स्टेडियम पर मैच देखने के लिए 22860 दर्शक जमा थे जो बारिश के बीच भी टीम की हौसलाअफजाई करते रहे. भारत का सामना अब शनिवार को नेपाल से होगा. भारत और पाकिस्तान सितंबर 2018 के बाद पहली बार फुटबॉल में भिड़े थे. तब दोनों पड़ोसी सैफ चैंपियनशिप सेमीफाइनल में खेले थे. उस समय भी टीम इंडिया ने जीत दर्ज की थी.
ये भी पढ़ें
भारत में मैच खेलना चाहती थी मेसी की अर्जेंटीना फुटबॉल टीम, पैसों की तंगी के चलते फिसला मुकाबला
Intercontinental Cup : 46 साल बाद लेबनान को मात देकर सुनील छेत्री की भारतीय फुटबॉल टीम बनी चैंपियन