भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेले जाने वाले 2023 इंटरकांटिनेंटल कप (Intercontinental Cup, India won) के फाइनल में भारतीय फुटबॉल टीम ने इतिहास रच डाला. सुनील छेत्री की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने लेबनान को 2-0 से हराकर साल 2021 में सैफ चैंपियनशिप जीतने के बाद पहली बार कोई ट्रॉफी हासिल की है. जबकि 99 फीफा रैंक वाली लेबनान पर 106 रैंक वाली भारतीय फुटबॉल टीम ने साल 1977 के 46 साल बाद पहली जीत दर्ज की है. भारत के लिए फाइनल मुकाबले में एक गोल सुनील छेत्री ने तो एक गोल लल्लियनज़ुआला छांगते ने किया. जिसके जवाब में मजबूत भारतीय डिफेंस को लेबनान की टीम भेद नहीं सकी और उसे हार का सामना करना पड़ा. भारत ने कुल दूसरी बार इंटरकांटिनेंटल कप हासिल किया है. इससे पहले साल 2018 में इंटरकांटिनेंटल कप के पहले एडिशन पर भी भारत ने कब्जा जमाया था.
पहले हाफ में नहीं हुआ एक भी गोल
कलिंगा के मैदान में पहले मिनट से ही लेबनान ने अटैक किया. मगर मजबूत भारतीय डिफेंस ने उन्हें गोल करने का एक भी मौका नहीं दिया. इसके बाद भारत की तरफ से सुनील छेत्री, छांगते इन सभी ने पहले हाफ में गोल करने का भरसक प्रयास किया. मगर दोनों टीमों के खिलाड़ियों को कोई गोल नहीं मिला.
छेत्री ने खोला गोल से खाता
भारतीय फुटबॉल टीम के स्टार खिलाड़ी सुनील छेत्री ने दूसरे हाफ की शुरुआत में ही अपने पैरों का जादू चलाया और मैच के 46वें मिनट में गोल दाग दिया. छांगते ने गेंद को अपने पास रखते हुए दौड़ लगाई और मौका देखते ही छेत्री को पास दिया. इस पर छेत्री ने कोई गलती नहीं की और भारत के लिए मैच का पहला गोल दाग डाला. जिससे भारतीय टीम ने लेबनान पर 1-0 की बढ़त बना डाली.
भारत का दमदार प्रदर्शन
भारत ने 56 प्रतिशत गेंद को अपने पास रखा और चार शॉट्स टारगेट पर लगाए. जिसमें उसे दो गोल मिले. वहीं लेबनान की टीम सिर्फ दो ही शॉट्स टारगेट पर लगा सकी और दोनों बार भारत ने गोल होने से रोक लिया. इस तरह भारतीय फुटबॉल टीम ने साल 1977 के बाद लेबनान पर पहली जीत दर्ज की. जबकि पिछले मैच में लेबनान से बराबरी का मैच का खेला था. जिसमें दोनों टीमों के खिलाड़ी एक भी गोल नहीं कर सके थे. इंटरकांटिनेंटल कप में भारत ने पिछले मैचों में मंगोलिया को 2-0 से और वानुअतु को 1-0 से हराया था.
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