इब्राहिम जादरान ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में शतक उड़ाया. उन्होंने 146 गेंद में 12 चौकों व छह छक्कों से 177 रन की पारी खेली. इसके जरिए इब्राहिम जादरान चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सर्वोच्च पारी खेलने वाले बल्लेबाज बन गए. उन्होंने शतक पूरा करने के बाद अनोखे अंदाज में जश्न मनाया. इब्राहिम ने जैसे ही 100 रन का आंकड़ा छुआ तो अफगानिस्तान के ड्रेसिंग रूम की तरफ हाथ जोड़ लिए. तब किसी को समझ नहीं आया कि उन्होंने ऐसा किसके लिए किया. लेकिन अफगान टीम की पारी के बाद स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए इब्राहिम ने इसका राज खोला.
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इब्राहिम ने अफगानिस्तान टीम के अपने साथी राशिद खान की तरफ हाथ जोड़े. उन्होंने इसकी वजह भी बताई. इब्राहिम ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा, 'मैच से पहले मैंने राशिद से बात की थी और जब भी मेरी उससे बात होती है तो मैं रन बनाता हूं. जब मेरा शतक पूरा हुआ तो मैंने राशिद का शुक्रिया कहा. इब्राहिम पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी खेल रहे हैं और यहां पर अपने दूसरे ही मैच में उन्होंने शतक लगा दिया. इसके साथ ही वह पहले अफगान बल्लेबाज बन गए जिन्होंने वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी दोनों में शतक लगाए हैं.'
इब्राहिम जादरान ने क्रिकेट में वापसी पर क्या कहा
इब्राहिम पिछले साल महीनों से इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर थे. चोट की वजह से वह खेल नहीं पा रहे थे. अब वापसी हुई तो फिर से शतक उड़ाया जो वनडे में उनका छठा सैकड़ा है. उन्होंने वापसी और शतक के बारे में कहा, 'इंटरनेशनल क्रिकेट में वापस आना आसान नहीं होता है. मैं सात महीने बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में वापस आया हूं लेकिन पिछले एक साल से मैंने वनडे नहीं खेला. मुझसे उम्मीदें थी और मैं अच्छा खेला. मैंने खुद को दबाव में रखा और इस पारी का आनंद लिया. मैंने शुरू में थोड़ा वक्त लिया और बुनियादी चीजों पर काम किया. मैं अनुशासित होने की कोशिश कर रहा था.'
इब्राहिम जादरान ने यूनुस खान से क्या सीखा
अफगानिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर यूनुस खान को मेंटॉर बनाया है. उनसे भी इब्राहिम को मदद मिली. उन्होंने कहा, 'वह हमारे साथ अपने अनुभव साझा कर रहे हैं. उन्होंने पाकिस्तान में काफी क्रिकेट खेला है. मैं पहले मैच में रन नहीं बना सका था. वह पिछले दो साल से जॉनाथन ट्रॉट (अफगानिस्तान कोच) के साथ थे. उन्होंने मुझसे कहा कि तुम अच्छा खेल रहे हो. तुम्हें बड़ी पारी खेलने की जरूरत है. जब भी तुम 40 रन के पार चले जाओ तब 60-70 के लिए जाओ. मैं उसी बारे में सोच रहा था.'
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