भारत ने भले ही न्यूजीलैंड को धर्मशाला के मैदान पर मात देकर 20 साल का सूखा खत्म कर दिया हो. लेकिन मैच में टीम इंडिया की फील्डिंग बेहद खराब थी. जिस फील्डिंग के लिए कोच टी दिलीप ने मैच के अंत में मेडल देने की शुरुआत की थी शायद वो इस मैच से खुश नजर नहीं आए होंगे. धर्मशाला का मैदान भारत के ज्यादातर फील्डरों को नहीं जमा. कारण था ओस, कोहरा और खराब आउटफील्ड. इसका शिकार खुद कप्तान रोहित शर्मा भी हुए. कई खिलाड़ी फिसले तो कईयों ने लड्डू जैसे कैच छोड़ दिए.
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जडेजा ने छोड़ा लड्डू सा कैच
11वें ओवर में टीम इंडिया के बेस्ट फील्डर रवींद्र जडेजा ने कैच छोड़ा. इस दौरान उन्होंने रचिन रवींद्र का कैच छोड़ा जो 12 रन बनाकर खेल रहे थे. जडेजा इस तरह के कैच आसानी से ले लेते हैं. लेकिन इस बार वो इससे चूक गए. इसका नतीजा ये हुआ कि ये बल्लेबाज 87 गेंद पर 75 रन ठोकने में कामयाब रहा.
इसके बाद केएल राहुल ने रवींद्र जडेजा के फाइनल ओवर में एक और कैच छोड़ दिया. और फिर तीन ओवर बाद जसप्रीत बुमराह ने बाउंड्री लाइन पर कैच छोड़ा. डेरिल मिचेल 69 रन पर क्रीज पर जमे हुए थे और कुलदीप की गेंद पर लॉन्ग ऑफ पर बुमराह ने कैच टपका दिया. इन सबमें सबसे महंगा कैच मिचेल का छोड़ा. क्योंकि अंत में ये टीम इंडिया के लिए बेहद महंगा साबित हुआ और इस बल्लेबाज ने शतक जड़ भारतीय टीम की रणनीति को ठेस पहुंचाया. लेकिन मैच के बाद टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने इस मामले पर बड़ा बयान दिया.
कैच ड्रॉप पर क्या बोले रोहित
रोहित शर्मा ने खराब फील्डिंग को लेकर कहा कि, फील्डिंग एक ऐसी चीज है जिसपर हमारी टीम को गर्व महसूस होता है. लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ ये बेहद खराब रही. जैसा हम चाहते थे, वैसा नहीं हो पाया. कई सारे कैच छूटे. लेकिन हमारे लड़के अच्छे हैं और मुझे इनपर विश्वास है. जडेजा इसमें सबसे बेस्ट हैं. बता दें कि पिछले मैच में ही जडेजा को फील्डिंग कोच से बेस्ट फील्डर का मेडल मिला था. वहीं केएल राहुल, विराट कोहली और जडेजा फील्डिंग में मेडल जीत चुके हैं. भारत की फील्डिंग इस वर्ल्ड कप में टीम की सबसे बड़ी ताकत के रूप में सामने आ रही है. ऐसे में टीम इंडिया आगे के मैचों में इस तरह की भूल नहीं कर सकती.
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