Indian Cricket Team Coach: भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) का दो साल का कॉन्ट्रेक्ट वर्ल्ड कप 2023 के साथ खत्म हो रहा है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि वे रहेंगे या हट जाएंगे. माना जा रहा है कि राहुल द्रविड़ का बतौर कोच बने रहने का फैसला वर्ल्ड कप 2023 के नतीजे पर निर्भर करता है. भारत के विजेता बनने की हालत में उनका कार्यकाल आगे बढ़ाया जा सकता है. इससे उलट नतीजा रहा तो फिर इस पूर्व कप्तान की विदाई तय माना जा सकती है. ऐसे में बीसीसीआई को नए कोच की तलाश करनी होगी. वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत कर रहा है और 5 अक्टूबर से यह टूर्नामेंट शुरू होगा. टीम इंडिया का अभियान 8 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में शुरू होगा.
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समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, द्रविड़ को वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टेस्ट टीम के साथ जारी रखा जा सकता है. भारत को कुछ महीनों के अंदर साउथ अफ्रीका का दौरा करना है और घर पर इंग्लैंड की मेजबानी करनी है. ये दोनों सीरीज दो-तीन महीनों के अंदर होगी. वर्ल्ड कप के बाद भारतीय टीम के लिए फॉर्मेट के हिसाब से अलग-अलग कोच हो सकते हैं. इसके तहत वनडे-टी20 के लिए अलग कोच होगा तो टेस्ट में अलग. पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हार के बाद भी अलग-अग कोच बनाने की मांग उठी थी. कई पूर्व क्रिकेटर्स ने इस तरह की नियुक्ति का समर्थन किया था.
नेहरा 2025 तक गुजरात के साथ
अभी इंग्लैंड टीम के पास दो कोच हैं. ब्रेंडन मैक्कलम टेस्ट तो मैथ्यू मॉट टी20-वनडे में जिम्मेदारी संभालते हैं. टीम इंडिया के लिमिटेड ओवर्स कोच के लिए आशीष नेहरा का नाम काफी उछाला जाता है. लेकिन इस पूर्व क्रिकेटर का मन अभी आईपीएल में ही रमा हुआ है. पीटीआई की रिपोर्ट कहती है कि नेहरा का 2025 तक गुजरात टाइटंस के साथ करार है और वे टीम इंडिया के साथ जुड़ने के इच्छुक नहीं है.
बीसीसीआई के पूर्व अधिकारी ने पीटीआई से कहा, 'सोचिए भारत वर्ल्ड कप जीतता है तब द्रविड़ शायद अपने करार को आगे न बढ़ाना चाहें क्योंकि वे इस कार्यकाल को कामयाबी के शिखर पर पूरा करेंगे. लेकिन अगर मुझसे पूछते हैं तो वर्ल्ड कप के बाद बीसीसीआई को गंभीरता से अलग-अलग फॉर्मेट के लिए अलग कोच के बारे में सोचना चाहिए. उन्हें राहुल को टेस्ट में जारी रहने को कहना चाहिए.'
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