भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ऑस्ट्रेलिया में अपने आक्रामक रवैये के चलते निशाने पर हैं. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के साथ ही वहां के पूर्व क्रिकेटर्स भी भारतीय तेज गेंदबाज पर हमलावर हैं. मीडिया में सिराज को लगातार विलेन कहा जा रहा है तो एक्सपर्ट्स और पूर्व खिलाड़ी आईसीसी से मांग कर रहे हैं कि उन्हें सजा दी जाए. मोहम्मद सिराज एडिलेड टेस्ट में ट्रेविस हेड से भिड़ंत के बाद से निशाने पर आए हैं. उन्हें दर्शकों की बूइंग भी झेलनी पड़ी है. समझा जाता है कि हेड से कहासुनी को लेकर उन पर आईसीसी कार्रवाई कर सकती है. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को भी सजा मिल सकती है.
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ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख अखबारों और न्यूज वेबसाइट्स में सिराज के लिए लगातार शीर्षक में विलेन यानी खलनायक शब्द इस्तेमाल किया जा रहा है. ऐसा ए़डिलेड टेस्ट के दूसरे दिन के खेल के बाद से शुरू किया. तब सिराज ने हेड को आउट करने के बाद आक्रामक सेंड ऑफ दिया था. ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज ने इस बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि उन्होंने सिराज की तारीफ की थी लेकिन बदले में उन्हें बाहर जाने का इशारा देखने को मिला. हालांकि भारतीय बॉलर ने जवाब देते हुए कहा कि हेड झूठे हैं. उन्होंने तारीफ नहीं की थी. इस पूरे घटनाक्रम में ऑस्ट्रेलियाई मीडिया सिराज को ही विलेन बनाने पर तुला हुआ है.
मोहम्मद सिराज को 'सेलेब्रेपील' पर घेरा
ऑस्ट्रेलियाई के पूर्व क्रिकेटर सिराज को दूसरी वजह से सजा देने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि वह बिना अंपायर से पूछे ही एलबीडब्ल्यू या विकेट के पीछे कैच की अपील पर जश्न मनाते हुए दौड़ने लगते हैं. वे अंपायर की तरफ देखकर अपील नहीं करते हैं. इसके तहत पर्थ टेस्ट में हेड और एडिलेड में मार्नस लाबुशेन के खिलाफ अपील के उदाहरण दिए जा रहे हैं. इन दोनों ही मौकों पर सिराज जश्न भरी अपील करते हुए अपने साथियों की तरफ दौड़ गए. उन्होंने अंपायर की तरफ नहीं देखा. अपील ठुकराए जाने पर भारतीय टीम ने डीआरएस भी नहीं लिया.
पोटिंग-क्लार्क बोले- सिराज को दो सजा
Channel 7 पर कमेंट्री कर रहे एलिस्टर निकोलसन ने सिराज के बारे में कहा, 'सिराज अपील को लेकर अंपायर का सम्मान नहीं कर रहे हैं.'
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा,
यह एक बात वास्तव में अंपायर्स को परेशान करती हैं. मुड़कर सम्मान नहीं दिखाया और न ही उनकी तरफ देखकर अपील की.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने इस बारे में पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि आईसीसी को कदम उठाना चाहिए. उन्होंने कहा,
सिराज पर एलबीडब्ल्यू की अपील करने और अंपायर से नहीं पूछने पर जुर्माना लगाना चाहिए. वह बल्लेबाज के पैड्स पर गेंद मारता है और फिर ऐसे भाग जाता है जैसे वे आउट हैं. मुझे हैरानी है कि आईसीसी ने उस पर जुर्माना नहीं लगाया क्योंकि मुझे याद है कि जब मैं खेल रहा था तब सजा मिलती थी. ब्रेट ली को ऐसे सजा मिली थी. सिराज ने पहले टेस्ट में भी ऐसा किया था. आप किसी भी बात पर अपील कर सकते हैं लेकिन अंपायर्स से तो पूछो.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क ने सिराज पर कार्रवाई की मांग का समर्थन किया. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि यह तो हेड वाले मामले से ज्यादा गंभीर है. अंपायर्स का रवैया और नियम साफ है कि आपको मुड़कर पूछना होता है कि आउट है या नहीं. अगर मैं मैच रेफरी या अधिकारी होता तो कहता कि दोस्त इसे बंद करो क्योंकि यह अच्छा नहीं लगता और अंपायर्स पर गलत तरीके से काफी दबाव पड़ता है.'